दुबहर, बलिया. स्थानीय विद्युत उपकेंद्र से संचालित अघोषित बिजली कटौती के कारण दुबहर क्षेत्र के आसपास के गांवों के उपभोक्ताओं में शासन-प्रशासन के जिम्मेदार लोगों के प्रति काफी रोष है. इस भीषण गर्मी में दिन और रात मिलाकर 12 से 14 घंटे अघोषित बिजली कटौती करने के कारण क्षेत्रीय उपभोक्ताओं को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
इस भीषण गर्मी में रात को भी अघोषित बिजली कटौती करने के कारण लोग विशेषकर बच्चे एवं वृद्ध बिलबिला जा रहे हैं. रात को लोग घरों से बाहर निकलकर समय बिता रहे हैं. उपभोक्ताओं द्वारा बिजली कटौती के संबंध में विद्युत विभाग के संबंधित अधिकारियों से बात करने पर कहते हैं कि 132 केवीए की सप्लाई बाधित हैं तो कभी कहते हैं 33 हजार वोल्ट लाइन में फाल्ट है तो कभी रघुनाथपुर में केबल भ्रष्ट हो गया है कहकर पल्ला झाड़ लेते हैं.
रोस्टर के अनुसार विद्युत सप्लाई नहीं करने, मनमाने तरीके से अघोषित बिजली कटौती करने सहित विभागीय अधिकारियों एवं विद्युत उपकेंद्र पर कार्यरत स्थानीय संविदा कर्मचारियों के मनमानी के कारण उत्तर प्रदेश सरकार के लक्ष्य के विरुद्ध विद्युत प्रवाह में बाधा उत्पन्न हो रही है.
आए दिन दो-तीन दिनों के भीतर ही रघुनाथपुर फीडर पर अंडरग्राउंड केबल के भ्रष्ट हो जाने, सहरसपाली एवं दुबहर विद्युत उपकेंद्र पर तकनीकी खराबी हो जाने के कारण घंटों बिजली बाधित रहती है जिसका कोई स्थाई समाधान नहीं किया जा रहा है. क्षेत्रीय उपभोक्ता इस समस्या से निजात पाने के लिए बार-बार विभागीय अधिकारियों एवं जनप्रतिनिधियों का ध्यान आकृष्ट कराते हैं लेकिन बिजली दुर्दशा के समस्या का समाधान नहीं हो पा रहा है.
क्षेत्रीय विद्युत उपभोक्ता बीडीसी सेराज खान, सन्तोष यादव, अमजद खान, अरुण सिंह, केडी सिंह, गोविंद पाठक, सनी सिंह, उमाशंकर पाठक, नागेश्वर सिंह, आदि ने शासनिक-प्रशासनिक अधिकारियों का ध्यान आकृष्ट कराते हुए कहा कि यदि अविलंब विद्युत आपूर्ति में सुधार नहीं किया गया तो हम सभी आंदोलन के लिए बाध्य होंगे जिसकी सारी जिम्मेदारी संबंधित जिम्मेदारों की होगी.
(दुबहर से कृष्णकांत पाठक की रिपोर्ट)