बलिया. जिलाधिकारी इन्द्र विक्रम सिंह जननायक चन्द्रशेखर विश्वविद्यालय के प्रशासनिक भवन स्थित सभागार में छात्र संवाद हेतु सम्मिलित हुए. जिसमें उन्होंने परिसर के छात्रों को संवाद हेतु प्रेरित करते हुए कहा कि संवाद संस्कृति के हस्तांतरण का माध्यम है और पीढ़ियों के मध्य संवाद होना अति आवश्यक है. उन्होंने इस दौरान छात्रों एवं शिक्षकों के साथ कई प्रेरणादायी संस्मरण साझा किए.
आगे जिलाधिकारी ने कहा कि यदि मैं अपने सपनों का पीछा करते हुए जिलाधिकारी बन सकता हूं तो आप में तो अकूत क्षमता है आप कुछ भी कर सकते हैं. उन्होंने कहा व्यक्ति की काबिलियत अर्जित होती है वह प्रदत्त नहीं है. अतएव हम सभी को सीखने की ओर सदैव अग्रसर होना चाहिए और ऐसा संवाद के माध्यम से सरल हो जाता है. आज लड़कों के ऊपर भविष्य बनाने को लेकर तो वहीं ल़डकियों पर परिवार बनाने का दबाव होता है. अक्सर संकल्प शक्ति के अभाव के कारण हम अपने लक्ष्य को बीच में ही छोड़ देते हैं. जिन्हें पूरा करना हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए. उन्होंने छात्रों को श्रवण, मनन और निधिध्यासन रूपी तीन मंत्रों को अपने जीवन में सम्मिलित करने हेतु अभिप्रेरित किया. संवाद के दौरान उन्होंने छात्रों एवं शिक्षकों द्वारा पूछे गए प्रश्नों के उत्तर भी दिए.
संवाद कार्यक्रम में विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर कल्पलता पाण्डेय ने भी सभी छात्रों को एकाग्रचित हो अपने लक्ष्य की प्राप्ति हेतु प्रयासरत रहने के लिए प्रोत्साहित किया. कुलपति महोदया ने भी इस दौरान अपने जीवन के संघर्ष सभी के साथ साझा किए.
संवाद कार्यक्रम में कुलसचिव श्री एस. एल. पाल, निदेशक शैक्षणिक डॉ. पुष्पा मिश्रा, डॉ. अजय चौबे, डॉ. प्रियंका सिंह, अमित कुमार सिंह, डॉ. अपराजिता उपाध्याय, डॉ. राघवेन्द्र पाण्डेय, रंजीत कुमार पांडेय, नेहा विशेन, नीति कुशवाहा, विनय कुमार, अतुल कुमार, डॉ. प्रमोद शंकर पाण्डेय, नीरज कुमार पांडेय, डॉ. शैलेन्द्र कुमार, डॉ. शकुंतला श्रीवास्तव, डॉ. लाल विजय सिंह, डॉ. सुरारी पाण्डेय, डॉ. मिथिलेश सिंह, नलिनी सिंह, ऋतम्भरा, वंदना कुमारी यादव, डॉ. तृप्ति तिवारी आदि प्राध्यापक उपस्थित रहे. संवाद कार्यक्रम का संचालन समाज कार्य विभाग के छात्र कुमार अभिषेक ने किया तथा नंदिनी सिंह, मुस्कान चौरसिया, प्रीति सिंह, अंकिता सिंह आदि छात्राओं ने कार्यक्रम मे अपना सहयोग दिया.
जिलाधिकारी ने किया सुरहा ताल का निरीक्षण
बलिया. जिलाधिकारी ने जननायक चंद्रशेखर विश्वविद्यालय के प्रशासनिक भवन में कार्यक्रम के उपरांत सुरहाताल का निरीक्षण किया.
इस दौरान उन्होंने वहां पर साफ सफाई की व्यवस्था देखी और बारिश के समय सुरहा ताल के जलभराव के संबंध में जानकारी हासिल की. उन्होंने अपने निरीक्षण के दौरान कुलपति महोदय के आवास परिसर में बन रहे अनुसूचित जनजाति महिला छात्रावास का निरीक्षण किया और संबंधित अधिकारियों से जानकारी हासिल की. उन्होंने निर्देश देते हुए कहा कि यह छात्रावास 31 मई से पहले बनकर तैयार हो जाना चाहिए. साथ ही उन्होंने रास्ते में बसंतपुर पुलिया के निर्माण का कार्य भी देखा. कार्य में शिथिलता बरतने पर उन्होंने इंजीनियर को निर्देश दिया कि यह पुलिया बारिश से पहले बनकर तैयार हो जानी चाहिए.
(बलिया से केके पाठक की रिपोर्ट)