जिला प्रशासन पर वादा खिलाफी का आरोप
2016 के हैं कटान पीड़ित, बन्धे पर लिए हैं शरण
मझौवां(बलिया)। ग्रामसभा केहरपुर के पूरवा श्रीनगर के कटान पिड़ितों ने एसडीएम बैरिया को एक शिकायत पत्रक सौपा है. जिसमें यह आरोप लगाया है कि हम कटान पीड़ितों ने जिलाधिकारी से लगायत मुख्यमंत्री तक का दरवाजा खटखटा चुके हैं. लेकिन आज तक हम पीड़ितों को गृह अनुदान नहीं मिला. यही नहीं हमने अपनी फरियाद विधायक से लेकर सांसद तक पहुँचाया. लेकिन सबका यही अश्वासन रहा कि जल्द ही मिल जायेगा. लेकिन एक साल बीतने के बाद भी नतीजा सीफर रहा. अगर पांच जनवरी 2018 तक हम पीड़ितों को मुआवजा नहीं मिला. तो हम कटान पीड़ित 06 जनवरी से एनएच 31 के पटरी पर अनशन करेंगें. यह अनशन जो 07 जनवरी से आमरण अनशन में बदल जायेगा, और तब तक चलेगा जब तक हम पीड़ितों को न्याय नहीं मिल जाता है.
बताते चले कि वर्ष 2016 में ग्रामसभा केहरपुर के पूरवा श्रीनगर व माफी केहरपुर के लोगोें का घर गंगा के गोद में समा गया. मौके पर पहुँचे तत्कालीन जिलाधिकारी गोविन्द राजू एनएस ने शीघ्र ही पीड़ितों की सूची बनाकर सहायता राशि उपलब्ध कराने के लिए तहसील प्रशासन को निर्देश दिया था. लेकिन आज तक तहसील प्रशासन केवल कोरा अश्वासन देता चला आया कि जल्द ही आप लोगों को गृह अनुदान उपलब्ध करा दिया जायेगा. आज तक पीड़ितों को फूटी कौड़ी तक नहीं मिला. कटान पीड़ित इस कडाके की ठंड में अपने परिवार के संग एनएच 31 के पटरी पर जीवन गुजर बसर करने को मजबूर है, तो कुछ लोग अपने रिश्तेदारों के यहाँ शरण लिये हुये हैं. श्रीनगर निवासी रवि कुमार सिंह, सुशील कुमार मिश्र, नारायण सिंह, नवल किशोर मिश्र आदि कटान पीड़ितों ने जिला प्रशासन पर उदासिनता का आरोप लगाया है, और चेताया है कि पाँच जनवरी तक गृह अनुदान नहीं मिला तो 06 जनवरी से सुघरछपरा ढाले पर आमरण अनशन किया जायेगा.