शिव बारात का अद्भुत नजारा देख हर्षित भए लोग, जयकारे से गूंजा क्षेत्र

सुखपुरा (बलिया)। रिमझिम फुहारों व भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच हाथी घोड़े ऊंट एवं बाजे गाजे के साथ मंगलवार को बुढ़वा शिवजी के मंदिर से वैदिक मंत्रोंचार के बाद हर हर महादेव के उद्घोष के साथ जब भगवान भोलेनाथ की वारात निकली तो पूरा जनमानस शिवजी की भक्ति मे लीन हो गया.

न सिर्फ सुखपुरा कस्बा बल्कि समूचा क्षेत्र बारात में शामिल होकर पुण्य लाभ लेने को आतुर दिखा. विभिन्न विमानों पर विभिन्न देवताओं की प्रतिमूर्ति बने बालकों को श्रद्धालु वही सम्मान दे रहे थे मानो सचमुच देवगण पृथ्वी पर उतर आयें हों. कस्बे मे जिस रास्ते से शिव बारात गुजरा उन रास्तों पर महिलाएं छतो से पुष्प वर्षा कर रही थीं. बारात बुढ़वा शिव मंदिर से निकल कर निर्धारित मार्गों से होते हुए संत यतिनाथ मंदिर परिसर में आकर समाप्त हुआ.

बारात में देवताओं के प्रति मूर्ति बने बच्चे सबके आकर्षण के केंद्र में रहे. बारात में भगवान शिव के गणों के रूप में भूत-पिशाच बने बच्चों को लोग कोतूहल के साथ देख रहे थे. राजेश-शिव, अमन-विष्णु, मनोज-ब्रह्मा,अमित- हनुमान, प्रदुम्न-गणेश,अंगद, व्यास समीर,शिवम,गोविंद,विकास, धनु शिवगण के रूप में बारात में शामिल रहे.

बारात में विभिन्न झंडो-बैनरों के साथ बच्चे, बडे, बूढ़े भी चल रहे थे. बारात में महिलाओं की संख्या भी अधिक थी. बारात कस्बे के विभिन्न मंदिरों से होते हुए संत यतीनाथ मंदिर पर पहुंचा.

इस मौके पर जमकर अबीर- गुलाल भी उड़े बारात के संत यतीनाथ मंदिर पर पहुंचने के साथ ही मंगल गीत के बीच शिव-पार्वती का विवाह संपन्न हुआ. आयोजक अशोक सिंह, बालाजी गुप्ता, डॉक्टर सतीश सिंह, जीतन व्यास, राकेश सिंह, पिंटू सिंह, अश्विनी सिंह, गोलू उपाध्याय ने बारात की सफलता में सक्रिय भागीदारी निभाई. इसके पूर्व मंदिर के पुजारी प्रभुनाथ उपाध्याय ने विधि विधान से सभी कार्य संपन्न कराए. थानाध्यक्ष संजय द्विवेदी अपने सहयोगियों के साथ सुरक्षा व्यवस्था हेतु पूरी तरह से सक्रिय देखे रहे.

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