वाराणसी: कैंट के अशोक विहार कालोनी में रिटायर्ड डीआइजी सभाजीत सिंह के बेटे बलवंत सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गई. पेशे से बिल्डर बलवंत अशोक विहार कालोनी में एक अपने मित्र के यहां दावत पर गए थे. वहां पार्टनरों के बीच बहस के दौरान एक पार्टनर ने बलवंत पर गोली चला दी.
बलवंत को सिंह मेडकिल नर्सिंग होम ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. यह खबर मिलते ही मित्र और परिवार के लोग हंगामा करने लगे. कांग्रेस के एक नेता और बिल्डर पर हत्या का आरोप लगाया. हालात देख कई थानों की फोर्स बुला ली गई. आरोपित के घर पुलिस ने दबिश दी लेकिन वह नहीं मिला.
रियल एस्टेट कारोबार करने वाले बलवंत सिंह सत्य साई बाबा इंफ्रा प्रोजेक्ट प्राइवेट लिमिटेड में पार्टनर थे. विदित है कि कंपनी में इन दिनों विवाद चल रहा है. रविवार को गोपाल सिंह के पहाड़िया अशोक विहार कालोनी में मीटिंग बुलाई गई थी.
बताया जाता है कि मीटिंग में तीसरे पार्टनर कांग्रेस नेता पंकज चौबे के साथ कुछ अन्य लोग भी थे. बलवंत अपनी बुलेटप्रूफ कार और लाइसेंसी पिस्टल के साथ गए थे. मीटिंग के दौरान खानपान की भी व्यवस्था थी.
देर रात अचानक बलवंत गोपाल सिंह के घर के बाहर आये. तभी गोली चलने की आवाज सुनाई दी. उनके चालक ने देखा कि बलवंत के पेट से खून निकल रहा था. चालक उन्हें लेकर अस्पताल भागा लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.
एसपी सिटी दिनेश सिंह ने बताया कि गोपाल सिंह ने पूछताछ में बताया है कि गोपाल सिंह के निकलने से कुछ देर पहले पंकज वहां से निकल चुका था.