पारंपरिक होली गीतों पर खूब झूमे श्रोता..

दुबहर, बलिया. क्षेत्र के नगवा गांव में रविवार की देर रात्रि स्व०दूधनाथ यादव की स्मृति में सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया. जिसमें श्रोताओं ने गीत- संगीत का आनंद उठाया। कलाकारों ने देर रात तक अपने गीतों की प्रस्तुति से समां बांधे रखा. लगातार चुनाव से उबी जनता ने संगीत का भरपूर आनंद उठाया.

गायक योगेंद्र यादव ने अपनी निर्गुण गीत-“नइहर नगरिया सपन होई जईहे..एवं “ललकी चदरिया ओढ़िके जाए के परी..सुनाकर माहौल को गमगीन बना दिया. वहीं विजय पाठक व्यास ने अपनी लोकगीत-“कबहूं हमार याद आवेला की ना..और पारंपरिक होली गीत-“डमरु बजावे-नंदी नचावे, शिव-सती खेले फाग..एवं “कन्हैया बहिया पकड़के धइ लेले अंगुरी के पोर..सुनाकर लोगों को खूब झूमाया. इस दौरान आयोजक एवं गायक वीरबहादुर यादव ने गायकों को अंगवस्त्रम् से सम्मानित किया. वहीं प्रधान संघ मंडल अध्यक्ष विमल पाठक एवं बब्बन विद्यार्थी ने कलाकारों को पुरस्कृत कर उनका उत्साह वर्धन किया.
इस मौके पर जिला पंचायत सदस्य पिंटू जावेद, विनोद पाठक, भोला पाठक, बरमेश्वर यादव, कृष्णा यादव, पोंगा घुड़सवार, चंकी पाठक, सुशील गुप्ता,सतेंद्र यादव,कल्लू पाठक, मनीष पाठक,राजू चौबे,गायक अशोक राम, ददन यादव आदि मौजूद रहे.

(बलिया से केके पाठक की रिपोर्ट)

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