
मनियर, बलिया. पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस से विधायक चुने गए हरेराम सिंह का विधायक के तौर पर पहली बार अपने पैतृक गांव मनियर पहुंचने पर शुक्रवार को भव्य स्वागत किया गया. मनियर की जनता ने गाजे-बाजे के साथ उनका जोरदार स्वागत किया.
हरेराम सिंह जैसे मनियर बस स्टैंड पर पहुंचे, नगर वासियों ने उन्हें फूल माला से लाद दिया. विधायक ने मनियर पहुंचने पर बस स्टैंड स्थित भगवान शंकर एवं मनियर परशुराम स्थान पर जाकर माथा टेका. विधायक के स्वागत में दलीय सीमाएं टूट चुकी थी. भाजपा ,सपा, बसपा हर दल के स्थानीय नेताओं ने उनका स्वागत किया.
This Post is Sponsored By Memsaab & Zindagi LIVE
विधायक हरेराम सिंह का कोल फिल्ड में मजदूर से विधायक तक का सफर
हरेराम सिंह एक मजदूर नेता के रूप में बरसों काम करने के बाद सक्रिय राजनीति में पदार्पण कर पश्चिम बंगाल में विधायक बने. मनियर उत्तर टोला निवासी हरेराम सिंह 1973 में कोल फील्ड में मजदूर के रूप में नौकरी करने के लिए बर्द्धमान जिले के कोलफिल्ड में गए थे.
वह 1983 से ही केकेएससी मजदूर संघ के बैनर तले मजदूरों की हक की लड़ाई लड़ते रहे जिसके कारण मजदूर संगठन ने उन्हें 1998 में में महामंत्री बनाया. वर्ष 2020 में वह वर्धमान जनपद के टीएमसी के कोऑर्डिनेटर बनाए गए. 2021 के विधानसभा चुनाव में टीएमसी ने उनको जमुरिया सीट से टिकट दिया और उन्होंने बीजेपी के उम्मीदवार तापस राय को 8051 मतों से चुनाव हराया.
जमुरिया विधानसभा सीट सीपीआईएम का गढ़ हुआ करता था. उस गढ़ की दीवार को हरेराम सिंह ने तोड़ डाला. सीपीआई-एम के प्रत्याशी जेएनयू के पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष आयशी घोष को भी बुरी तरह हार का सामना करना पड़ा.
मनियर में आज उनका स्वागत करने वालों में प्रमुख रूप से निलंबित चेयरमैन भीम गुप्ता, शिव नारायण राय, देवेंद्र नाथ त्रिपाठी ,प्रभुनाथ उपाध्याय, मनु राजभर, कृष्णा, घूरा पटेल, सभासद गिरजा शंकर राय, पूर्व प्रधान रामजीत साहनी, मदन पाठक ,दिलीप कुमार सिंह, दरोगा सिंह,राजेश सिंह ,विनोद सिंह ,टीडी कॉलेज के छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष राजेश सिंह प्रिंस, अवकाश प्राप्त अध्यापक सीताराम सिंह, टुनटुन सिंह शामिल रहे.
(मनियर से रविशंकर पांडेय की रिपोर्ट)