गोंड महासभा ने जाति प्रमाण की मांग को लेकर आंदोलन की चेतावनी दी

बैरिया, बलिया. गोंड महासभा के बलिया जिलाध्यक्ष हरिहर प्रसाद गोंड और भाजपा अनुसूचित जनजाति मोर्चा के जिलाध्यक्ष तारकेश्वर गोंड ने बैरिया तहसीलदार पर संगीन आरोप लगाए हैं। बैरिया में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में इन लोगों ने कहा कि तहसीलदार शासनादेश व जिलाधिकारी के आदेशों की अवहेलना कर गोंड समुदाय के लोगों को जाति प्रमाण पत्र और उनके हक से वंचित कर रहे है।

 

इन दोनों नेताओं ने आरोप लगाया कि वर्तमान बैरिया तहसीलदार शिवसागर दुबे ने ही अपने बलिया तहसीलदार के कार्यकाल के दौरान गोंड समुदाय के लोगों को अनुसूचित जन-जाति प्रमाण पत्र जारी कर चुके हैं और आयोग में सकारात्मक रिपोर्ट भी भेजे है लेकिन बैरिया में आकर यह पलट गए हैं। तारकेश्वर गोंड का कहना था कि ऐसा करने से यह लोकप्रिय भाजपा सरकार को बदनाम करने की साजिश भी लग रही है।

 

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गोंड महासभा जिलाध्यक्ष हरिहर प्रसाद गोंड ने कहा कि वह इस बारे में एक बार और तहसीलदार से मिलेंगे, यह आखिरी बार होगा और बात नही बनी तो क्षेत्रीय सांसद, विधायक, जिलाध्यक्ष तक और आगे चल कर मुख्यमंत्री के यहां भी जाएंगे। इस बारे में जन आंदोलन शुरू किया जाएगा और इसके जिम्मेदार संबंधित अधिकारी होंगे। इस मौके पर दिलीप प्रसाद,कृष्ण बिहारी गोंड, ददन गोंड, पदुमदेव गोंड, संजय गोंड, रघुनाथ गोंड, विजय बहादुर गोंड, धनन्जय गोंड, अरिमर्दन गोंड, अजित गोंड, बच्चा लाल गोंड आदि उपस्थित रहे।

 

इधर इस मामले में बैरिया तहसीलदार शिवसागर दुबे ने कहा कि उनके पास वर्ष 2010 व 2017 का ही शासनादेश उपलब्ध है, खुद ही गोड़ जाति के लोगों ने ही मुख्यमंत्री को पत्र देकर अनुरोध किया है कि वर्ष 2010 व 2017 के शासनादेश को निरस्त कर 2003 वाले शासनादेश को लागू करें, लेकिन अब तक 2010 व 2017 के शासनादेश ही लागू है।

(बैरिया से वीरेंद्र मिश्र की रिपोर्ट)

 

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