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World Population Day 2020
बलिया। विश्व जनसंख्या दिवस पर शनिवार को मुख्य चिकित्सा अधिकारी कैंप कार्यालय पर गोष्ठी और रैली का आयोजन किया गया. इस दौरान अपर मुख्य चिकिसाधिकारी/ परिवार नियोजन के नोडल अधिकारी डॉ वीरेंद्र कुमार ने कहा कि विश्व में बढ़ती जनसंख्या के दृष्टिगत जन समुदाय को परिवार नियोजन एवं उसकी सेवाओं के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से प्रतिवर्ष 11 जुलाई को विश्व जनसंख्या दिवस मनाया जाता है. इस दिवस को यूएनडीपी द्वारा 1989 में प्रथम बार मनाया गया था.
डॉ वीरेंद्र कुमार ने कहा कि इस दिवस पर परिवार नियोजन के प्रति जागरूक किया जाता है. कम समय में गर्भ धारण करने से महिला के स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ता है. यह मातृ और शिशु मृत्यु दर का प्रमुख कारण भी है. उन्होंने बताया कि जनसंख्या स्थिरता पखवारा आज शुरू किया गया है, जो 31 जुलाई तक मनाया जाएगा. इस दौरान शहर एवं ग्रामीण स्वास्थ्य केंद्रों पर अंतरा, छाया, कंडोम, माला एन, पीपीआईंयूसीडी, इंटरवल आयूसीडी की सेवाएं प्रदान की जाएंगी. पखवाड़े के दौरान जनसाधारण का संवेदीकरण किये जाने के लिए विभिन्न स्तरों पर व्यापक व सघन प्रचार-प्रसार करना है. विभिन्न प्रचार-प्रसार साधनों के माध्यम से उचित उम्र पर विवाह, बच्चों के जन्म में अंतर रखने, प्रसव पश्चात परिवार नियोजन की सेवाएँ, परिवार नियोजन में पुरुषों की भागीदारी, गर्भ समापन पश्चात परिवार नियोजन की सेवाओं के संदर्भ में व्यापक रूप से प्रचार- प्रसार किया जाएगा. पिछले वर्ष विश्व जनसंख्या स्थिरता पखवाड़े के दौरान जिले में 79 महिलाओं ने नसबंदी कराई.
डॉ वीरेंद्र कुमार ने बताया कि मिशन परिवार विकास का मुख्य उद्देश्य है गुणवत्तापूर्वक परिवार नियोजन विकल्पों के लिए सूचना, सेवाएँ, आपूर्ति तक अधिकार आधारित प्रणाली द्वारा पहुँच बढ़ाना. बलिया जिले को मिशन परिवार विकास में शामिल किया गया है. जिले में पुरुष नसबंदी के लिए लाभार्थी को 3000 रुपये प्रोत्साहन राशि दी जाती है. महिला नसबंदी के लिए लाभार्थी को 2000 रुपये प्रोत्साहन राशि दी जाती है. वही प्रसव के पश्चात नसबंदी के लिए महिला लाभार्थी को 3000 रुपये दिए जाते हैं. अस्थाई विधियों में प्रसव पश्चात आईयूसीडी एवं गर्भपात उपरांत आईयूसीडी जिसको सरल भाषा मे कॉपर-टी कहा जाता है. उसके लिए लाभार्थी को 300 रुपये की प्रोत्साहन राशि दी जाती है.