- मगध नरेश विष्णुगुप्त के सेनापति रहे वीर लोरिक, बाणभट्ट के समकालीन
दुबहर : मध्यकालीन वीर पुरुष बलिया निवासी लोरिक पर काव्य खंड लिखने की तैयारी चल रही है. गैर जनपद से रविवार की देर शाम एक प्रतिनिधिमंडल वीर लोरिक से जुड़े प्रसिद्ध प्राचीन स्थलों का भौतिक सत्यापन किया.
इसके अलावा उनसे जुड़ी विभिन्न पहलुओं का विस्तार से अध्ययन किया. इलाके के लोगों से मिलकर वीर लोरिक से जुड़े किस्सों और किंवदंतियों की जानकारी ली. साथ ही, अन्य सामग्री भी एकत्रित की.
वीर लोरिक के समर्थकों ने इस प्रयास की सराहना करते हुए टीम को बधाई दी है. उन्होंने सहर्ष आश्वासन दिया है कि काव्य खंड की रचना में जो भी सहयोग होगा, करेंगे.
प्रतिनिधिमंडल ने बताया कि वीर लोरिक बाणभट्ट के समकालीन थे. वह मगध नरेश विष्णुगुप्त के सेनापति भी थे. उनकी वीरता से जुड़ी अनेक कथाएं आज भी प्रचलित हैं. उनकी वीरगाथा को लोरिकायन के रूप में गाने का प्रचलन है.
क्षेत्र में आये प्रतिनिधिमंडल में हरिद्वार प्रसाद विह्वल, पंडित परशुराम यादव, डॉक्टर मन्नू यादव, शिव मूरत यादव, रामचंद्र चंचल, सामाजिक चिन्तक बब्बन विद्यार्थी भी शामिल थे.