सौ साल पुराने रिकार्ड छूने को आतुर हैं गंगा और तमसा

  • सागरपाली थम्हनपुरा मार्ग पर चढ़ा पानी, दर्जनों गांवों का एनएच से कटा सम्पर्क
  • हसनपुरा, मोहन के मठिया, चेरुइयां, बघडां मे घर-घर में घुसा पानी
  • राहत और बचाव कार्य के नाम पर अबतक प्रशासन की ओर से कोई सहायता नहीं

सागरपाली (बलिया)। गंगा और तमसा के बढते जलस्तर ने जहां 2003 और 2013 का रिकार्ड तोड़ दिया है. वहीं लोगों को अब यह डर सताने लगा है कि कहीं आज से सौ साल पहले 1916 मे आई प्रचंड बाढ़ वाली भयावह स्थिति न पैदा हो जाए.

दर्जन से अधिक गांव की पचास हजार से अधिक की आबादी बाढ़ की विभीषिका झेलने को मजबूर

इस समय गंगा और तमसा में आई बाढ़ से फेफना थाना क्षेत्र के एक दर्जन से अधिक गांव बाढ़ की विभीषिका झेलने को मजबूर हैं. राहत और बचाव कार्य के नाम पर जिला प्रशासन से अब तक कोई भी सहायता पीड़ितों को उपलब्ध नहीं हुई है. टोंस और गंगा के रौद्र रूप के कारण आलम यह है कि सागरपाली से थम्हनपुरा जाने वाला मार्ग तमसा के पानी मे डुब जाने के कार्ण पचास हजार की आबादी का एनएच 31 से सम्पर्क टूट गया है. क्षेत्र के कई स्कूल, अस्पताल, मंदिर, संपर्क मार्ग जलमग्न हो गए हैं. हसनपुरा, मोहन की मठिया, रामपुरचिट पूरी तरह बाढ़ के पानी से डूब कर टापू बन गए है.

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  • अंजोरपुर स्थित प्राथमिक विद्यालय, थम्हनपुरा स्थित जूनियर हाईस्कूल एवं रामजानकी मंदिर जहां पानी से घिर जाने के कारण बंद हो गए. वहीं पर स्थित पशु अस्पताल का कामकाज भी पूरी तरह से ठप हो गया है.
  • कपूरी से गंगहरा जाने वाला संपर्क मार्ग पर जहां पांच फीट पानी लग जाने के कारण मार्ग बंद हो गया है. थम्हनपुरा पुल से गांव में जाने वाला संपर्क मार्ग भी पूरी तरह से डूब जाने के कारण आवागमन पूरी तरह से बंद है.
  • चेरूइयां, मोहन की मठिया, गंगहरा, थम्हनपुरा, हसनपुरा, इंदरपुर, अंजोरपुर, कोट मझरिया आदि गांवों के लोगों को विविध प्रकार की परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
  • गंगहरा-कपूरी मार्ग से होकर फेफना की तरफ विद्यालय जाने वाले छात्र-छात्राओं का विद्यालय जाना बंद हो गया है. विद्यालय के वाहन भी संपर्क मार्ग डूब जाने के कारण छात्र को लेने नहीं आ रहे.

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One Reply to “सौ साल पुराने रिकार्ड छूने को आतुर हैं गंगा और तमसा”

  1. Sitabdiyra bhwantola.jp nager pure gao her ghar me ganga ka pani dhuk chuka aha ki janta paresan hai yha koi adhikari dekhne tak nhi aye log ghar ke chat pe jindgi gujar rhe hai

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