
गाजीपुर। चुनाव आचार संहिता लगते ही गाजीपुर जनपद में जिलाधिकारी जगह-जगह चौपाल लगाकर पूरे जिले में मतदाताआें, आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों एवं बीएलआे को मतदान सम्बन्धी जानकारी दे रहे हैं. इसी क्रम में मंगलवार को जिलाधिकारी संजय कुमार खत्री एवं पुलिस अधीक्षक अरविन्द सेन जिले के तमाम अधिकारियों की टीम के साथ गहमर गांव के इंटर कालेज में पहुंचे. सबसे पहले ग्रामीणों ने इनका स्वागत किया.
जिलाधिकारी संजय कुमार खत्री ने मतदाता सूची में भारी गड़बड़ी पर बीएलआे एवं आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों की जमकर क्लास लगाई. उन्होंने कहा कि जो भी व्यक्ति पूरे साल में 180 दिन से कम घर रहता है, उसका नाम मतदाता सूची में नहीं होना चाहिए. इसका साफ मतलब है कि उक्त व्यक्ति का नाम मतदाता सूची में अन्य जगह भी है. अपने उद्बोधन में जिलाधिकारी ने मतदाताआें को जागरूक करते हुए कहा कि लोकतंत्र के पर्व में सबकी शत—प्रतिशत भागीदारी आवश्यक है. हर हाल में मतदान का प्रतिशत बढ़ाना चाहिए. मतदाता भयमुक्त होकर मतदान करें. अगर किसी ने मतदाताआें को धमकाया या किसी तरह का प्रलोभन दिया तो उसके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जायेगी.
गहमर गांव की प्रशंसा करते हुए डीएम ने कहा कि ये गांव सैनिक बाहुल्य है. यहां के नौजवान रात भर देश की विभिन्न सीमाआें पर जागकर पहरा देते हैं तब हम अपने घरों में चैन से सोते हैं. पुलिस अधीक्षक अरविन्द सेन ने कहा कि सबसे हर हाल में आचार संहिता का पालन कराया जायेगा. अगर कहीं भी अराजक तत्वों द्वारा चुनाव में गड़बड़ी की जानकारी मिलती है तो फौरन इसकी सूचना नजदीकी थाने या हमें दे. सूचना देने वाले का नाम गोपनीय रखा जायेगा तथा आरोपी के खिलाफ त्वरित कार्रवाई की जायेगी. उन्होंने प्रभारी निरीक्षक को निर्देश दिया की क्षेत्र में जितने असलहे हैं उन्हें तत्काल जमा कराया जाय तथा संदिग्धों पर कड़ी निगाह रखी जाय.
इस दौरान सीआे जमानियां राम दरस यादव, एसडीएम जमानियां राजकुमार सहित जिले एवं तहसील से आये अधिकारियों के अलावा स्थानीय लोगों में सभी शिक्षामित्र, अध्यापक, आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां एवं विद्यालय के प्रबंधक हेराम सिंह, प्रधानाचार्य डॉ. सीबी शुक्ला, शशि सिंह, लक्ष्मी कांत उपाध्याय, संजय सिंह, जय गोपाल राम, हृदय नारायण सिंह, सोनू सिंह आदि उपस्थित रहे. इसी क्रम में जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक क्षेत्र के करहियां गांव के प्राथमिक विद्यालय पर भी मतदाताआें, आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों, शिक्षामित्रों एवं अध्यापकों से भयमुक्त होकर अधिक से अधिक मतदान के लिए आह्वान किया. साथ ही प्राथमिक विद्यालय के बच्चों से जब नौ, सात तथा ग्यारह का पहाड़ा सुनाने को कहा तो महज एक छात्र को छोड़ पूरा क्लास नहीं बता पाने पर सम्बंधित अध्यापक को ठीक से पढ़ाई कराने का निर्देश दिया.