
बलिया लाइव स्पेशल
रोटी, कपडा और मकान जैसी मूलभूत सुविधाओं से आज भी हजारों परिवार वंचित और महरूम है. इसका खुलासा प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत सरकार द्वारा उपलब्ध कराई गई आवास विहीन गरीब परिवारों की सूची को देखने से पता चल रहा है. यह विडंबना नहीं तो और क्या है कि आजादी के इतने वर्षों बाद भी जनपद के कुल 57 हजार 882 परिवारों के पास अदद छत तक नहीं है.
सामाजिक, आर्थिक एवं जातिगत जनगणना 2011 के सर्वे के आधार पर आवास विहीन इन परिवारों की यह सूची तैयार की गई है. उक्त सूची के आधार पर ही प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के तहत मकान उपलब्ध करवाए जाने की प्रक्रिया अपने अंतिम चरण में है. इस आंकड़े के अनुरूप ही ग्राम पंचायतों द्वारा भी तय प्राथमिकता के क्रम में गरीबों को छत मुहैया करना है.
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57,882 परिवारों का सबसे बड़ा हिस्सा सामान्य एवं अन्य पिछड़े वर्ग का है. ऐसे परिवारों की संख्या लगभग 38 हजार 991 है. अनुसूचित जाति के 14 हजार 919 एवं अनुसूचित जनजाति के 2388 परिवार इस सूची में शामिल हैं, जबकि इसमें शामिल अल्पसंख्यक परिवारों की कुल संख्या करीब एक हजार 584 है.