बलिया लाइव ब्यूरो
बलिया। सुखपुरा नगर का ऐतिहासिक महावीरी झंडा जुलूस मंगलवार को चाक चौबंद सुरक्षा व्यवस्था के बीच कस्बे के सुनरसती के महावीर मंदिर से वैदिक मंत्रोच्चार के बीच निकला. नगर के विभिन्न मार्गों से होते हुए पुन: मंदिर पर जाकर समाप्त हुआ.
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प्रारंभ में विद्वानों ने वैदिक मंत्रोच्चार के साथ हनुमान जी की पूजा किया. इसके बाद अखाड़ों में शामिल लोगों को पगड़ी बांधने के रस्म के बाद जुलूस रवाना हुआ. जुलूस में हाथी, घोड़े व ऊंटों के अलावा लगभग एक दर्जन लोग और विमानों पर विभिन्न देवी देवताओं के प्रतीक रूप में विराजमान बच्चें व बच्चियां लोगों के आकर्षण का केंद्र बनी रहीं. विभिन्न मार्गों से गुजर रहे जुलूस को छतों पर खड़ीं महिलाएं पुष्प वर्षा कर रही थीं. पूरे कस्बे में बजरंगबली के जयकारे गूंज रहे थे.
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दूसरी तरफ लोक कलाकारों द्वारा प्रस्तुत पखावज, धोबिया, हूरुका, डाफरा और गोड़ऊ आदि लोगों के आकर्षण का केंद्र बना रहा. अपने हैरतअंगेज करतब दिखा कलाबाज लोगों का मन मोह रहे थे. करतब दिखाने वालों में विनोद पंकज विक्की, मंटू, गांधी, मुकेश, भोलू, जुगुल, रूदल, मनीष अजीत आदि का योगदान रहा.
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महाबीर अखाड़ा के खिलाड़ी अपने हैंरत अगेज करनामा दिखा रहे थे. खिलाड़ी गदा, तलवार. बनइठा. विद्युत राड आदि से कई खेल दिखा रहे थे. पगड़ी रस्म का शुभारंभ पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष श्याम बहादुर सिंह ने किया. तत्पश्चात विजय प्रताप सिंह, रोशन सिंह, चंदन, कन्हैया सिंह आदि ने खिलाड़ियों के सिर पर पगड़ी बांधा. बीते 60 वर्षों से बिना किसी बाधा के चल रहा है यह आयोजन.
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