
सांसद, विधायक तथा उच्चाधिकारियों पर लगाये आरोप, अगली बार दुकान जलाने की दी चेतावनी
बैरिया (बलिया)। बैरिया डाकबंगला रोड पर सड़क किनारे कुछ दिनों से चलाई जा रही सरकारी शराब की दुकान हटाने के आश्वासन देने के बावजूद अधिकारी निर्धारित समय सीमा बीत जाने के बाद भी दुकान नहीं हटवाया गया. इससे नाराज लक्ष्मीपुर, सावनछपरा, भोजापुर की सैकड़ों महिलाओं ने बुधवार को बैरिया तहसील पर घेराव कर जोरदार प्रदर्शन किया.
मौके पर मौजूद एसएचओ बैरिया अविनाश सिंह ने महिलाओं को समझाने का प्रयास किया तो वे और उग्र हो गईं. महिलाओं ने पुलिस प्रशासन व विधायक सुरेंद्र नाथ सिंह के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. मौके पर उपस्थित नायब तहसीलदार ने इस संबंध में एसडीएम से बात करनी चाही, लेकिन एसडीएम ने मोबाइल फोन नहीं उठाया. तब नायब तहसीलदार शशिकांत मणि ने आबकारी अधिकारी को फोन किया. आबकारी अधिकारी ने भी फोन नही उठाया.
अंततः नायब तहसीलदार ने जिलाधिकारी को फोन से पूरी बात बताई. जिलाधिकारी ने इस समस्या के समाधान तक उक्त शराब की दुकान को बंद करा देने निर्देश नायब तहसीलदार को दिया. प्रदर्शनकारी महिलाओं ने आज भी शराब की दुकान पर प्रदर्शन किया, किन्तु चौकी इंचार्ज बैरिया ने उन्हें समझा बुझाकर उन्हें वहां से हटा दिया.
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ज्ञात रहे कि इस प्रदर्शन से एक पखवारा पूर्व भी महिलाओं द्वारा तहसील पर धरना प्रदर्शन किया गया था. सड़क भी जाम करने का प्रयास किया गया था. एक सप्ताह पूर्व इन्ही महिलाओं ने दोबारा तहसील के मुख्य द्वार पर खड़ा होकर सांसद भरत सिंह व विधायक सुरेंद्र सिंह का रास्ता रोका था. तब दोनो नेताओं ने आश्वासन दिया था कि एक सप्ताह में दुकान हट जाएगी. बावजूद इसके उक्त शराब की दुकान नहीं हटी. महिलाओं ने तीसरी बार बुधवार को तहसील पर जोरदार प्रदर्शन किया.
प्रदर्शनकारी महिलाओं ने जिलाधिकारी को संबोधित ज्ञापन नायब तहसीलदार को सौंपा. साथ ही महिलाओं ने चेताया कि अगर शराब की दुकान नही हटी तो हम आरपार की लड़ाई लड़ेंगे और शराब की दुकान को आग लगाकर जला देंगे. इसकी सारी जिम्मेदारी शासन प्रशासन, सांसद व विधायक की होगी. क्योंकि यही लोग हमारी समस्याओं को जानते बूझते भी पता नहीं किस वजह से टाल रहे हैं. महिलाओं ने उक्त लोगों पर ठेकदार के साथ लाभप्रद समझौतों का चीख चीख कर आरोप भी लगाया. ज्ञापन देने वालों में पार्वती देवी, सुगंती देवी, मीरा देवी, विद्यावती देवी, कलावती देवी, अनिता देवी सहित सैकड़ों महिलाये शामिल थी.