दुबेछपरा में बाढ़ व कटान रोधी कार्य की रफ्तार से ग्रामीणों में निराशा 

बैरिया (बलिया)। गंगा की बाढ़ व कटान से बचाव के लिए दुबे छपरा में चल रहे कार्य पर ग्रामीण असंतोष जता रहे हैं. ग्रामीणों का कहना है कि जिस रफ्तार से काम हो रहा है, इसी तरह से होता रहा तो इस साल भी बाढ़ के पानी में करोड़ों रुपये बह जाना तय है.
गांव के रविंद्र तिवारी का कहना है यहां काम पर मैन पावर पर्याप्त नहीं है. बहुत ही कम मजदूर लगे हैं. जो आठ नौ घंटे बस ड्यूटी पर बजा रहे हैं. सीमेंट की बोरियों में मिट्टी और बालू भरकर डाला जा रहा है. जुलाई के दूसरे सप्ताह तक यहां पानी चढ़ आना है. ऐसे में यह कार्य समय से पहले पूरा हो ही नहीं पाएगा और पिछले वर्ष की तरह इस साल भी बाढ़ व कटान रोधी कार्य का धन गंगा के बहाव में बह जाएगा. ग्रामीणों का जिलाधिकारी से सुझाव है कि दुबे छपरा में चल रहे बाढ़ व कटान सुरक्षा कार्य में मजदूर व आवश्यक सामग्रियों की उपलब्धता पर्याप्त मात्रा में सुनिश्चित कराकर कटान रोधी कार्य जुलाई शुरू होते होते संपन्न करा लिया जाए. अन्यथा की स्थिति में इस वर्ष का भी धन बेकार ही जाएगा.