शहादत दिवस पर नगवा में याद किए गए प्रथम शहीद मंगल पाण्डेय

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इंटर कालेज नगवा व शहीद स्माारक में आयोजित की गई श्रद्धांजलि सभा

बलिया। स्वतंत्रता संग्राम के महानायक व देश को आजादी दिलाने के लिए प्रथम शहीद मंगल पाण्डेय को 162वें शहादत दिवस पर सोमवार को शहीद मंगल पाण्डेय इंटर कालेज नगवा तथा शहीद स्माारक नगवा में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन कर लोगों ने श्रद्धासुमन अर्पित कर नमन किया. इस मौके पर सांसद वीरेन्द्र सिंह मस्त तथा नगर विधायक आनंद स्वरूप शुक्ल को स्मृति चिन्ह तथा अंगवस्त्रम् से सम्मानित किया गया.
शहीद मंगल पाण्डेय इंटर कालेज परिसर में स्थित शहीद स्मारक पर सांसद वीरेन्द्र सिंह मस्त तथा नगर विधायक आनंद स्वरूप शुक्ल ने माल्यार्पण कर अमर शहीद को नमन किया. श्रद्धासुमन अर्पित करने वालों में प्रधान संगठन के मंडल अध्यक्ष विमल कुमार पाठक, प्रमोद पाण्डेय, कमलेश पाण्डेय, पूर्व प्रधान कमलेश पाण्डेय, मंगल पाण्डेय विचार मंच के रणजीत सिंह, अरूण सिंह, पन्ना लाल गुप्ता, इंटर कालेज के प्रवक्ता हरेन्द्र चौबे, हरिश्चंद्र पटेल, विनीत मोहन पाठक, पूर्व प्रधान चंद्र कुमार पाठक, मणिराम, संजय पाण्डेय, गोविंद पाठक, उदयपुरा के प्रधान शमीम अहमद, अड़रा के प्रधान बलदेव गुप्त आदि गणमान्य शामिल रहे.
इंटर कालेज के सभागार में आयोजित विचार गोष्ठी में बतौर मुख्य अतिथि सांसद एवं किसान मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीरेन्द्र सिंह मस्त तथा नगर विधायक आनंद स्वरूप शुक्ल को प्रधानाचार्य रवि राय ने स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया. विद्यालय के सभागार में मां सरस्वती व शहीद मंगल पाण्डेय के चित्र के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित कर अतिथिद्वय ने कार्यक्रम का शुभारम्भ किया. पूर्व विधायक भगवान पाठक ने गोष्ठी में मंगल पाण्डेय के व्यक्तित्व व कृतित्व पर प्रकाश डाला. मंगल पाण्डेय विचार मंच के अध्यक्ष कृष्णकांत पाठक ने आजादी के लिए संघर्ष की शुरूआत करने वाले प्रथम शहीद मंगल पाण्डेय को भारत रत्न के सम्मान से सम्मानित किया जाना चाहिए.
मुख्य अतिथि सांसद वीरेन्द्र सिंह मस्त ने कहा कि पैतृक गांव के लोग जगह-जगह कार्यक्रम आयोजित करके अपने शहीद को याद कर रहे है. यह नगवा, बलिया ही नहीं परंतु राष्ट्र के लिए समान व गौरव की बात है. कहा कि जहां की युवा पीढ़ी अपना इतिहास याद रखती है उसे भूगोल का भी ज्ञान होगा ही. कहा कि मंगल पाण्डेय द्वारा 1857 में शुरू की गई क्रांति 1942 के भारत छोड़ो आंदोलन की शुरूआत थी. अर्थात 1942 का आंदोलन 1857 क्रांति का ही परिणाम था. 15 अगस्त 1947 को देश को आजादी हजारों कुर्बानियों का परिणाम है. उन्होंने भदोही में भी 1857 का क्रांति तथा स्मारक की चर्चा की. सेना में रहकर मंगल पाण्डेय के बगावत के कारण इस जिले का नाम बागी बलिया पड़ा. नगर विधायक आनंद स्वरूप शुक्ल ने कहा कि कालेज परिसर में निर्माणाधीन आरओ प्लांट शीघ्र ही काम करना शुरू कर देगा और यहां के बच्चिओं व बच्चों को शुद्ध पेयजल सुलभ होने लगेगा. अध्यक्षता प्रधान प्रतिनिधि विमल पाठक ने किया.
शहीद मंगल स्मारक पहुंचने पर स्मारक सोसाइटी के मंत्री ओमप्रकाश तिवारी ने अंगवस्त्रम् से सांसद व विधायक को सम्मानित किया. इस मौके पर सम्मानित होने वालों में बसपा नेता पूर्व मंत्री अम्बिका चैधरी, स्वतंत्रता संग्राम सेनानी रामविचार पाण्डेय, धर्मदेव तिवारी, पूर्व शिक्षक शिवजी पाठक, साहित्यकार डा. जनार्दन राय, बलदेव पाठक व अवकाश प्राप्त सेनानी शामिल रहे. संचालन नीतेश पाठक ने किया.