मानक पर खरा उतरने वाले स्कूल पर ही बनेंगे सेंटर: डीएम

This item is sponsored by Maa Gayatri Enterprises, Bairia : 99350 81969, 9918514777

यहां विज्ञापन देने के लिए फॉर्म भर कर SUBMIT करें. हम आप से संपर्क कर लेंगे.

बोर्ड परीक्षा केंद्र निर्धारण समिति की बैठक में दिए निर्देश

कुछ सेंटरों की प्रशासनिक स्तर से दोबारा होगी जांच, फिर सेंटर बनाने पर होगा निर्णय

बलिया। जिलाधिकारी भवानी सिंह खंगरौत ने स्पष्ट किया है कि बोर्ड परीक्षा से सम्बंधित मानक को पूरा नहीं करने वाले विद्यालयों पर सेंटर नहीं बनेगा. डीआईओएस को निर्देश दिया कि जहां परीक्षा कराने के लिए पर्याप्त संसाधन नहीं है या बाउंड्री नहीं है, वहां भी सेंटर नहीं बनना चाहिए. केंद्र निर्धारण के बाद ऐसी स्थिति नही आए कि पास के सेंटर को दरकिनार कर दूर सेंटर निर्धारित कर दिया गया हो. परीक्षार्थियों की सुविधा का भी ख्याल रखना है.
सोमवार को अपने कैम्प कार्यालय पर सभी एसडीएम व बोर्ड परीक्षा केंद्र निर्धारण समिति की बैठक में बोर्ड परीक्षा सेंटर बनाए जाने को लेकर चर्चा की. परीक्षा केंद्र बनने वाले एक-एक स्कूलों पर की स्थिति सम्बन्धी पूछताछ डीआईओएस भास्कर मिश्रा से की. डीआईओएस ने बताया कि हर एक स्कूलों की जांच कराई गई है. इसके अनुसार ही सेंटर बनाए जाने की कार्रवाई की जा रही है. डीएम ने साफ किया जांच करने वाले कि रिपोर्ट लिखा पढ़ी में होनी चाहिए. अगर बाद में कहीं शिकायत मिलती है तो झूठी रिपोर्ट बनाने वालों पर शिकंजा कसेगा.

जिला विद्यालय निरीक्षक ने बताया कि कुछ ऐसे भी स्कूल है जो सेंटर बन गए हैं. लेकिन वहां सेंटर बनाने की स्थिति नहीं है. कहीं स्टाफ की कमी तो कहीं अन्य समस्या है. ऐसे में इन स्कूलों को सेंटर नहीं बनाए जाने पर भी चर्चा हुई. जिलाधिकारी ने कहा कि संख्या के हिसाब से हर सेंटर पर व्यवस्था सुदृढ होनी चाहिए. बताया गया कि बालिकाओं के लिए स्वकेंद्र की व्यवस्था रहेगी, बशर्ते उस स्कूल पर सेंटर बना हो। अन्यथा की स्थिति में निकटतम स्कूल पर सेंटर बनाया जाएगा.

प्रशासनिक स्तर से भी हो रही मानक की जांच

प्रशासनिक अधिकारियों के स्तर से भी जांच कराकर कई स्कूलों के मानक की जांच कराई गई है. जिलाधिकारी ने साफ किया कि अगर कहीं बॉउंड्री नहीं है तो वहां सेंटर नहीं बनेगा. इस प्रकार बाउंड्री नहीं होना भी सेंटर नहीं बनाने का बड़ा कारण साबित हो रहा है. पर्याप्त संसाधन की कमी पर जिन सेंटरों को हटाने की तैयारी है, जिलाधिकारी ने उनकी सूची मांगी. सभी एसडीएम को निर्देश दिए कि अपने क्षेत्र के ऐसे स्कूलों की जांच प्रशासनिक महकमे के अधिकारियों से करा कर दो दिन के अंदर रिपोर्ट दें. रिपोर्ट में अंतर आने पर पहले के जांचकर्ताओं की जवाबदेही तय करने के भी संकेत दिए. बैठक में सिटी मजिस्ट्रेट डॉ. विश्राम, एसडीएम बांसडीह अन्नपूर्णा गर्ग, एसडीएम बेल्थरारोड विपिन जैन, एसडीएम सिकंदरपुर राजेश यादव, अतुल तिवारी मौजूद थे.