मझौवा/बैरिया (बलिया)। बैरिया तहसील अंतर्गत केहरपुर, सुघर छपरा के कटान पीड़ित ग्रामवासियों की तरफ से चल रहे सुघर छपरा ढाले पर बेमियादी अनशन को रविवार को देर शाम बैरिया उपजिलाधिकारी अरविंद कुमार ने कड़ी मशक्कत के बाद जूस पिलाकर तोड़वाया.
मालूम हो कि 32 घंटे से अनशन स्थल पर बैठे थे पवन ओझा, अश्विनी ओझा, पप्पू ओझा व आकाश गुप्ता. एसडीएम ने जिलाधिकारी से फोन पर उनकी बात करवाई. साथ ही बाढ विभाग के अधिकारियों ने बाढ़ निरोधक प्रोजेक्ट प्लान दिखाकर अनशन समाप्त करवाया. वहीं सुबह से जिला पंचायत सदस्य प्रतिनिधि गुड्डू गुप्ता की हालत बिगड़ती ही जा रही थी. सोनबरसा से पहुंची स्वास्थ्य टीम ने उनकी जांच की. इस मौके पर सुरेश सिंह, पप्पू ओझा, शिवजी सिंह, राहुल बसर, राजेश प्रसाद, आकाश गुप्ता, अमित सिंह पूर्व प्रधान नागेन्द्र सिंह आदि मौजूद थे.
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बता दें कि शनिवार की देर शाम विधायक सुरेन्द्र नाथ सिंह के साथ अनशनकारियों की टेलीफोन पर वार्ता हुई थी. किन्तु अनशनकारी विधायक के आश्वासन से सन्तुष्ट नहीं हुए. एसडीएम अरविन्द कुमार ने भी पहुंच कर अनशनकारियो से वार्ता की, लकिन बात नहीं बनी. गर्मी का मौसम होने के चलते अनशनकारियो के स्वास्थ्य में लगातार गिरावट आती जा रही है. बेेमियादी अनशन का नेतृत्व कर रहे पवन ओझा ने कहा कि शासन के पास गावों को बचाने के लिए कोई प्लान नहीं है, नहीं तो बाढ़ विभाग संवेदनशील होता तो शाहपुर गंगौली, रिकिनी छपरा, श्रीनगर, भूसौला, शिवपुर, गोपालनगर दियर, इब्राहिमाबाद, नौबरार आदि गांवों का आस्तित्व यूं ही नहीं मिटा होता.