सोनभद्र। यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ रविवार को हत्याकांड के तीन दिन बाद सोनभद्र पहुंचे. यहां उन्होंने हत्याकांड के पीड़ित परिवार वालों से उम्भा गांव में जाकर मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने प्रत्येक मृतक के परिवार वालों को 18.50 लाख रुपये देने की घोषणा की. साथ ही प्रत्येक घायलों को 2.5 लाख रुपये देने का ऐलान किया. इससे पहले सरकार ने मृतकों के परिजनों को 5 लाख रुपए देने की घोषणा की थी. यहां योगी ने एक बार फिर कहा कि यह पाप कांग्रेस के समय में ही किया गया था. जिन लोगों ने अपराध किया है उनके संबंध समाजवादी पार्टी से हैं. जांच में पारदर्शिता बरती जाएगी और 10 दिनों के भीतर रिपोर्ट सौंपी जाएगी. रिपोर्ट आने के बाद दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा. जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
UP CM on Sonbhadra firing case: Govt has ordered to suspend police personnel responsible. Today I have ordered to provide compensation of Rs. 18.5 lakh to the bereaved families of the deceased&Rs. 2.5 lakh to the injured, from CM Relief Fund under SC/ST provisions. pic.twitter.com/wn1lIUFO7z
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) July 21, 2019
मुख्यमंत्री ने कहा कि जो जमीन खेती के लिए यूज हो रही थी, उसे पब्लिक ट्रस्ट को कैसे दी गई. उन्होंने कहा कि आदिवासियों की जमीन को जबरन कब्जा किया गया. फिर इसे पब्लिक ट्रस्ट को सौंप दी गई. सोनभद्र हत्याकांड के नाम पर कुछ लोग घड़ियाली आंसू बहाकर अपने कुकर्मों को छिपाने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन यह ज्यादा दिन तक छिपेगा नहीं. योगी के साथ भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह, मुख्य सचिव डॉ. अनूप चन्द्र पांडेय व डीजीपी ओपी सिंह भी मौजूद रहे. योगी ने कहा कि मैंने खुद डीजीपी को निर्देश दिया है कि वे व्यक्तिगत तौर पर मामले की निगरानी करें. मुख्यमंत्री ने कहा कि इस जमीन पर काफी समय से विवाद था. वारदात के बाद एसडीएम, सीओ, एसओ सहित हल्का और बीट के सभी सिपाही निंलबित कर दिए गए हैं. साथ ही इस जमीन विवाद की जांच अपर मुख्य सचिव राजस्व को सौंप दी गई है.
Chief Minister of Uttar Pradesh, Yogi Adityanath met and interacted with family members of those who lost their lives in Sonabhadra firing incident, at Umba village in Sonbhadra, today. pic.twitter.com/eSVFg1Jzkv
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) July 21, 2019
इससे पहले शुक्रवार को कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाराणसी पहुंचीं थीं. वह पीड़ितों से मुलाकात के लिए सोनभद्र जा रही थीं, तभी पुलिस ने उन्हें रोक दिया था. प्रशासन उन्हें चुनार गेस्ट हाउस ले गया. जहां वह 26 घंटे तक धरने पर बैठीं रहीं. बाद में शनिवार को प्रशासन ने पीड़ितों से उनकी मुलाकात करवाई. इस दौरान प्रियंका ने सभी मृतकों के परिजनों को 10 लाख रु. की मदद देने का ऐलान किया था.
उम्भा गाँव के पीड़ितों की आवाज का जब कांग्रेस के हजारों कार्यकर्ताओं, न्यायपसंद लोगों ने साथ दिया तब उप्र सरकार को भी लगा कोई गम्भीर घटना घटी है।
आज जो घोषणाएँ की गयी हैं उनपर जल्द अमल हो। आदिवासियों को जमीन का मालिकाना मिले और सबसे जरूरी कि गाँव के लोगों को पूरी सुरक्षा हो।
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) July 21, 2019
उप्र के माननीय मुख्यमंत्री के सोनभद्र जाने का मैं स्वागत करती हूँ। देर से ही सही, पीड़ितों के साथ खड़ा होना सरकार का फर्ज़ है। अपना फर्ज़ पहचानना अच्छा है।
उम्भा को लम्बे समय से न्याय की प्रतीक्षा है। अपेक्षा है उम्भा के पीड़ितों को न्याय मिलेगा और उनकी 5 माँगो को माना जाएगा।
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) July 21, 2019
17 जुलाई को प्रधान यज्ञदत्त करीब 200 लोगों को लेकर घोरावल थाना इलाके के उम्भा गांव पहुंचा. उन लोगों के पास गंड़ासे और अवैध तमंचे थे. प्रधान ट्रैक्टरों से खेत की जबरन जुताई करवाने लगा. इस पर ग्रामीणों ने विरोध किया तो प्रधान के समर्थकों ने उन पर हमला कर दिया था. इस दौरान हुई हिंसा में दस लोग मारे गए थे. जबकि 28 अन्य घायल हो गए थे.
UP CM on Sonbhadra firing case: Uttar Pradesh Chief Minister Yogi Adityanath on Sunday met the family members of the people who were gunned down over a land dispute in a village in state’s Sonbhadra district. Speaking to reporters after meeting the kin of the victims, the UP Chief Minister described the firing in Sonbhadra as an ”unfortunate incident.”The monk-politician also ordered the suspension of police personnel who were found responsible for laxity on their part.