मझौवा (बलिया)। अमरनाथ मिश्र स्नातकोत्तर महाविद्यालय दुबेछपरा में स्वतंत्रता सेनानी पंडित अमरनाथ मिश्र की 91वीं जयंती की गोष्ठी रविवार को मनाई गई. विशिष्ट अतिथि बैरिया विधायक सुरेंद्र सिंह ने स्व. पण्डित अमरनाथ मिश्र के आदमकद प्रतिमा पर माल्यार्पण करने के पश्चात दीप प्रज्वलित कर शुरुआत की. डॉ.गणेश पाठक ने आए अतिथियों को अंगवस्त्रम भेंट कर सम्मानित किया. इस दौरान आयोजित गोष्ठी में वक्ताओं ने उनके व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि मिश्र जी के आदर्शों को आत्मसात करना ही उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी. कहा कि उन्होेंने चिकित्सा, शिक्षा और विभिन्न क्षेत्रों में काफी काम किया.
जयंती तो महापुरुषों की मनाई जाती है, जो व्यक्ति नंगे पांव चलकर एक बिंदु के सहारे शिखर तक पहुंचा उसे पंडित अमरनाथ मिश्र कहा जाता है. उक्त बातें महाविद्यालय के प्रबंधक इंजीनियर सुरेंद्र नाथ मिश्र ने गोष्ठी में कहीं. साहित्यकार डॉ. जनार्दन राय ने कहा कि अमरनाथ मिश्र प्रतिभा के धनी व्यक्ति थे. कहा कि उन्होंने आजीवन गरीबों और मजलूमों की लड़ाई लड़ी. कहा ‘समंदर स्याह रातों के डूबो देता है, दुनिया को नहीं..सुबह की गोद में महफूज हो जर्रा निकलता है…
सुदिष्टपुरी महाविद्यालय के प्राचार्य डा. सुधाकर तिवारी ने कहा कि मिश्र जी के बताए मार्गों पर चलना ही उनकी सच्ची श्रद्धांजलि होगी. कहा कि उनके प्रयास से शिक्षा और चिकित्सा के क्षेत्र में काफी काम हुआ. जिसका लाभ आज भी लोग उठा रहे हैं. वक्ता जय प्रकाश पाण्डेय ने कहा कि उन्होंने अन्य जनपदों में शिक्षा के लिए विद्यालय एवं चिकित्सा के लिए अस्पताल बनवाए. साथ ही जगह-जगह तीर्थस्थलों पर धर्मशालाआें का निर्माण कराया. इसी क्रम में डॉ. अजय कुमार मिश्र ने कहा कि ऐसे महापुरुष का दर्शन बड़ा दुर्लभ तथा भाग्य से होता है.
शिवकुमार मिश्र ने कहा कि वे हम सभी लोगों के मार्ग दर्शक व अभिभावक थे. उनकी वजह से ही हम लोग आज इस मुकाम पर पहुंचे हैं. कवि पुष्कर द्विवेदी ने अपनी कविता की पंक्ति शब्द मेरे सवालों के…. मैं पूछना चाहता हूं…. फुटपाथों पर कूड़े के ढेर में सो रहे मासूमों का कसूर क्या……
कार्यक्रम का संचालन डॉ. शिवेश राय ने किया. उन्होंने कहा कि ऐेसे लोग बिरले ही होते हैं. इस मौके पर बिमला मिश्रा, गौरी शंकर द्विवेदी, डॉ. भूपेंद्र सिंह, डॉ. श्याम बिहारी श्रीवास्तव, डॉ. भगवान जी चौबे, डॉ. सुनील ओझा, कृपा शंकर पांडेय, रुपेश मिश्रा, ओमप्रकाश सिंह, नरेंद्र कुमार, शिवजी तिवारी, नरेंद्र तिवारी, अक्षय लाल ठाकुर, पूर्व प्रधानाचार्य रामेश्वर सिंह, रविन्द्र ठाकुर आदि रहे. कार्यक्रम की अध्यक्षता शुभनारायण पांडेय ने किया. अंत में अमरनाथ मिश्र महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. गणेश पाठक ने सभी के प्रति आभार व्यक्त कर कार्यक्रम का समापन किया.