


नगरा, बलिया. भाजपा के पूर्व विधायक व प्रांतीय कार्य समिति के सदस्य रामइकबाल सिंह ने लखीमपुर-खीरी की घटना के आरोपित गृह राज्यमंत्री को तत्काल बर्खास्त करने की मांग की है. यह घटना मानवता के लिए कलंक है. मंत्री पुत्र ने गाड़ी से किसानों को रौद कर मार डाला. सुप्रीम कोर्ट के हस्तक्षेप के बाद उसे गिरफ्तार किया गया किंतु आज भी मंत्री कुर्सी पर विराजमान हैं. इस घटना से सरकार की किरकिरी हुई है व विपक्ष को बल मिला है. पूर्व विधायक नगरा में बुधवार को देर शाम पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे.
सिंह ने कहा कि सरकार तुरंत कृषि बिल को वापस ले अन्यथा किसान समाप्त हो जाएगा, साथ ही किसानों के खून से नहाने की आदत बंद करे. उन्होंने कहा कि लखीमपुर-खीरी की घटना में भाजपा कार्यकर्ता भी मारे गए हैं. सरकार को उनकी भी सुध लेनी चाहिए. इस घटना पर सरकार की बेरुखी से प्रदेश भर के कार्यकर्ता आक्रोशित हैं. सरकार को चाहिए कि किसानों की तरह ही मृत कार्यकर्ताओं के स्वजन को आर्थिक सहायता व एक सदस्य को नौकरी प्रदान करना चाहिए.
पूर्व विधायक ने कहा कि इस सरकार में लोग सुरक्षित नहीं हैं. इस सरकार को नौकरशाह चला रहे हैं. फ्रेंडली फाइट का नतीजा है कि अभी तक गोरखपुर के डीएम व एसपी पर प्राथमिकी दर्ज नहीं की गई. सरकार को चाहिए कि दोनों अधिकारियों को बर्खास्त कर दे. अब तो भाजपा कार्यकर्ता भी थाने में जाने से डरने लगे हैं. पूर्व विधायक ने कहा कि बलिया में विकास के नाम पर कुछ भी नहीं हुआ है. सुरहा ताल में आई बाढ़ से 30 गांव प्रभावित हैं इसके बावजूद भी यहां के नुमाइंदे व प्रशासन कुंभकर्णी नींद सो रहा है. पूरा बलिया शहर पानी पानी है. बच्चे स्कूल नहीं जा पा रहें हैं. नेटवर्क रहता नहीं और आनलाइन पढ़ाई के नाम पर छात्रों को ठगा जा रहा है. सरकार बेरोजगारों को मारने पर तुली है. उन्होंने कहा कि अब जुमले की राजनिति बंद होनी चाहिए.
(नगरा से संवाददाता संतोष द्विवेदी की रिपोर्ट)
