बारावाफात को लेकर हुई जिला स्तरीय शांति समिति की बैठक
ज़िलाधिकारी ने थानावार निकलने वाली जुलूस के संबंध में दिये दिशा-निर्देश कहा, गंगा जमुनी तहजीब का अनूठा उदाहरण है बलिया
जुलूस में झंडे की ऊंचाई ज्यादा नहीं होगी
बलिया. 28 सितंबर को आयोजित बारावफात त्योहार को सकुशल संपन्न कराने की दृष्टिगत जिलाधिकारी रवींद्र कुमार की अध्यक्षता में मंगलवार को कलेक्ट्रेट सभागार में जिला स्तरीय शांति समिति की बैठक हुई. जिले में जिन जगहों पर जुलूस का आयोजन होना है, वहां के नेतृत्वकर्ता से जरूरी फीडबैक लेते हुए जरूरी दिशा निर्देश दिए गए.
जिलाधिकारी ने कहा कि बलिया, गंगा जमुनी तहजीब का अनूठा उदाहरण रहा है.
जुलूस के आयोजकों से कहा कि पूर्व से चल रही परंपरा के अनुसार ही जुलूस निकलेगा. आयोजक इस बात का ध्यान रखेंगे कि जुलूस का जो समय निर्धारित है, उसी के अनुसार शुरुआत और समापन हो.उन्होंने कहा कि हर जुलूस के साथ पुलिस की मुकम्मल व्यवस्था रहेगी. आयोजक अपने वालंटियर भी जुलूस में लगा देंगे, जो पुलिस के जवानों के साथ समन्वय बना कर सकुशल संपन्न करेंगे.
उन्होंने सभी आयोजकों से कहा कि जुलूस में झंडे की ऊंचाई ज्यादा ना हो.
कोई भी ऐसा कार्य ना हो, जो गैरकानूनी हो और उसकी वजह से किसी प्रकार की दिक्कत पैदा होने की संभावना हो.जुलूस के नेतृत्वकर्ता हमेशा जुलूस की हर गतिविधियों पर नजर रखेंगे.
उन्होंने विगत दिनों संपन्न महावीरी झंडा जुलूस में प्रशासन के हर निर्देश का अक्षरशः अनुपालन करने के लिए सभी आयोजकों और शांति समिति की सदस्यों के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया. नगरीय निकाय और पंचायती राज विभाग के अधिकारियों को जुलूस स्थलों पर साफ सफाई की बेहतर व्यवस्था करने का निर्देश दिया. बिजली विभाग को भी निर्देश दिया कि ढीले तारों को देख कर ठीक कर लेंगे.
पुलिस अधीक्षक एस. आनंद ने थानावार निकलने वाली जुलूस के सभी आयोजकों से बातचीत कर जरूरी फीडबैक लिया. उन्होंने कहा कि जिस रूट पर जुलूस निकलती आई है, उसी रूट से निकलेगी. किसी नई परंपरा की शुरुआत नहीं होगी.बैठक में सिटी मजिस्ट्रेट वीके द्विवेदी, डीडीओ राजित राम मिश्र, शिव कुमार कौशिकेय, असगर अली सहित पूरे जिले से आए शांति समिति के सदस्य मौजूद थे.
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के के पाठक की रिपोर्ट