ब्यासडीह(बाँसडीह) बलिदान डीह धन्य-धन्य यह धरा धाम जो सन 42 में आजाद हुआ…18 अगस्त को परंपरा के अनुसार बलिया से बैरिया होते हुये सेनानियों व उनके उत्तराधिकारियों का दल वरिष्ठ स्वतंत्रता संग्राम सेनानी पंडित रामविचार पांडेय के नेतृत्व में रविवार को बांसडीह कचहरी चौराहे पर पहुंचा