बलिया सांसद ने सेनानियों की स्मृति में भव्य द्वार बनाने की मांग उठाई

बैरिया, बलिया. बलिया के भाजपा सांसद यहां बनने वाले संस्थानों का नाम स्वतंत्रता सेनानियों के नाम पर रखने की मांग लगातार कर रहे हैं और अब उन्होंने बैरिया क्षेत्र के बहुआरा के पास भव्य …

देश शहीद सेनानियों के ऋण से कभी उऋण नहीं हो सकता – रामविचार पांडेय

बांसडीह डाक बंगला पर स्थित शहीद पंडित रामदहीन ओझा की प्रतिमा पर माल्यापर्ण

विवाहिता ने खाया विषाक्त पदार्थ, मौत, करेंट से झुलसे अध्यापक

मुड़ासन गांव में बुधवार की रात परिवारिक कलह से ऊब एक विवाहिता ने विषाक्त पदार्थ का सेवन कर लिया. परिजन आनन फानन अस्पताल ले गए. वहां उसकी हालत गम्भीर होने पर चिकित्सकों ने रेफर कर दिया.

1942 में आज ही के दिन अंग्रेजों को भारत से उखाड़ फेंकने की शुरुआत हुई थी – राधिका मिश्र

1942 की अगस्त क्रान्ति की स्वर्णिम 75वीं वर्षगाठ पर अखिल भारतीय स्वतंत्रता संग्राम सेनानी उत्तराधिकारी संगठन ने शहीद पार्क चौक से अगस्त क्रांति उत्सव का शुभारम्भ किया.

पनिया के जहाज से पलटनिया बनके जइहऽ…. हमके ले के अइहऽ हो…..पिया सेनूरा बंगाल के

अंगुलि में डसले बिया नागिनिया रे, ननदी सैंया के जागा द. सासु मोरा मारे रामा, बास के छेवकिया, कि ननदिया मोरा रे सुसुकत, पनिया के जाए, जैसे कई लोक प्रिय धुन जब सुनाई पड़ती हैं तो बरबस ही इन गीतों के रचियता पंडित महेंद्र मिश्र (महेंदर मिसिर) की याद हर भोजपुरी भाषा-भाषी के लोगों को आ ही जाती है.

शहीद पार्क चौक में अनशन प्रारम्भ

स्वतंत्रता संग्राम सेनानी के आश्रित व युवा नेता सागर सिंह राहुल ने शहीद चौक पर स्वतत्रंता संग्राम सेनानी परिवार के बैनर तले अनिश्चित कालीन बेमियादी अनशन पुलिसिया बदसलूकी के खिलाफ शुरू किया. कार्यक्रम के प्रारम्भ में महात्मा गांधी के चित्र पर माल्यार्पण किया.

15 अगस्त 1942 को ही बलिया में फहराया गया था तिरंगा

अन्याय, अत्याचार, जुल्म के खिलाफ संघर्ष के लिए जाना जाता रहा है बलिया. ब्रिटिश हुकूमत की शक्तियों की बिना परवाह किए 15 अगस्त 1942 को ही यहां जगह जगह तिरंगा फहरा दिया गया था. 15 अगस्त 1942 को ही ब्रिटिश हुकूमत के यूनियन जैक में आग लगाकर जगह जगह तिरगा लहराया गया था.