बड़ी शिद्दत से याद किए गए विक्रमादित्य पांडेय

दिन शनिवार पूर्वाह्न 11 बजे जनपद के लोकप्रिय नेता रहे पूर्व मंत्री विक्रमादित्य पाण्डेय की 10वीं पुण्यतिथि पर सर्वदलीय श्रद्धांजलि सभा का आयोजन बापू भवन टाउन हाल में हुआ.

विक्रमादित्य पांडेय पर वैचारिक मंथन आज

विकास पुरुष विक्रमादित्य पाण्डेय की स्मृतियों को सहेजने के लिए शनिवार को प्रातः 10 बजे दिन मे स्थानीय कदम चौराहा पर वैचारिक मंथन होगा.

विक्रमादित्य पांडेय की स्मृति में बंटा पाठ्य सामग्री एवं गर्म कपड़े

बच्चों की मुस्कान राष्ट्र की मुस्कान मानते हुए समाजसेवी वं गीतकार बब्बन विद्यार्थी ने शिक्षा के महागुरु पूर्व मंत्री स्व. विक्रमादित्य पाण्डेय की स्मृति में नगवा ढ़ाले पर रविवार को तीन दर्जन गरीब परिवारों के बच्चों में गर्म ऊनी स्वेटर, कापी कलम एवं पाठ्य सामग्रियों का वितरण किया.

नारद राय ने विक्रमादित्य पांडेय की प्रतिमा का शिलान्यास किया

शहीद मंगल पाण्डेय राजकीय महिला महाविद्यालय नगवां के प्रांगण में सोमवार को पूर्वमंत्री स्व. विक्रमादित्य पाण्डेय की प्रतिमा स्थापना के लिए वैदिक मंत्रोच्चार के बीच शिलान्यास पूर्वमंत्री एवं नगर विधायक नारद राय ने किया.

विक्रमादित्य पांडेय की प्रतिमा स्थापना के लिए भूमि पूजन आज

बलिया के नगवा में राजकीय महिला महाविद्यालय का लोकार्पण एवं स्वर्गीय विक्रमादित्य पांडेय की प्रतिमा स्थापना हेतु भूमिपूजन सुबह 11:00 बजे से नगर विधायक नारद राय के कर कमलों द्वारा संपन्न होगा.

नगवा महिला महाविद्यालय में लगेगी विक्रमादित्य पांडेय की प्रतिमा

बलिया के विकास पुरुष रहे पूर्व मंत्री स्वर्गीय विक्रमादित्य पांडेय की प्रतिमा लगाने की कवायद तेज हो गई है. पिछले महीने नगवा में एक कार्यक्रम के दौरान नगर विधायक पूर्व मंत्री नारद राय ने नगवा स्थित शहीद मंगल पांडेय राजकीय महिला महाविद्यालय में स्वर्गीय विक्रमादित्य पांडेय की प्रतिमा लगाने की घोषणा की थी.

विक्रमादित्य का ड्रीम प्रोजेक्ट होने का अभिशाप

देश के पहले स्वतंत्रता सेनानी या फिर पहले शहीद मंगल पांडेय के पैतृक गांव नगवा में उनके नाम पर एक महिला महाविद्यालय बीते दस साल से बस बन ही रहा है. कब तक बन जाएगा? इस सवाल का जवाब किसी के पास नहीं है. 8 अप्रैल 2005 को अमर शहीद के बलिदान दिवस के मौके पर तत्कालीन मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव ने इस महाविद्यालय को बनाने की घोषणा की थी. लगे हाथ उन्होंने इसके लिए धन भी मुक्त करवा दिया. तत्कालीन मुख्यमंत्री ने कला, विज्ञान व वाणिज्य की स्नातक शिक्षा के मान्यता भी प्रदान करवा दी.