सुदिष्ट बाबा के धनुष यज्ञ मेले में श्रीराम कथा की शुरुआत

संत सुदिष्ट बाबा के धनुष यज्ञ मेले में शनिवार को श्रीराम कथा की शुरुआत करते हुए पंडित विजय नारायण महाराज ने राम नाम की महिमा, सन्त का महत्व, सन्त महात्माओं का आचरण व उनसे समाज को मिलने वाले दिशा निर्देश पर विस्तार से प्रकाश डाला. पहले दिन प्रवचन सुनने काफी संख्या मे धर्मानुरागी नर नारी इकट्ठा हुये.

बहादुरपुर में रोजगार मेला आज

बहादुरपुर स्थित सेवायोजन कार्यालय पर 07 दिसम्बर दिन बुधवार को रोजगार मेला का आयोजन होगा. सेवायोजन अधिकारी एके पाण्डेय ने बताया कि रोजगार मेले में शिवशक्ति ग्रुप की विनूथना फर्टिलाइजर कम्पनी हैदराबाद साक्षात्कार के माध्यम से सोशल रिप्रजेन्टेटिव पद के लिए चयन किया जाएगा. बेरोजगार अपने शैक्षिक अभिलेखों के साथ आकर मेले का लाभ उठावें.

ददरी मेले के समापन समारोह में सभासदों का सम्मान

सोमवार को अपरान्ह भारतेन्दु हरिश्चंद्र कला मंच पर ददरी मेले के समापन समारोह में नगर पालिका के सभी सभासदों को अंगवस्त्रम् व माल्यार्पण कर चेयरमैन प्रतिनिधि ने सम्मानित किया. सभी को स्मृति चिन्ह प्रदान किया गया. महिला सभासदो ने नपा चेयरमैन साधना गुप्ता को शाल ओढ़ाकर तथा माल्यार्पण कर स्वागत किया.

धनुष यज्ञ मेला- सियासी गलियारे में विधायक की अनुपस्थिति पर बतकुचन

संत सुदिष्ट बाबा के धनुष यज्ञ मेले में पहले दिन लगने वाले परंपरागत राजनीतिक शिविरों में इस बार समाजवादी पार्टी व बहुजन समाजवादी पार्टी का शिविर नहीं लगा. वैसे तो यहां हर साल मेले में राजनीतिक शिविर लगाए जाते हैं, लेकिन चुनावी वर्ष में यह शिविर खास होता है. सिर्फ कांग्रेस व भारतीय जनता पार्टी ने अपना अपने शिविर लगाए.

ददरी मेला : भारतेन्दु मंच पर कलाकारों ने मचाया धूम

भारतेन्दु मंच पर ददरी महोत्सव में यूपी, बिहार सहित पूर्वांचल के कलाकारों ने देर रात तक दर्शकों को खुब झूमाया. दर्शक जहां झूमते रहे, वहीं कलाकार मंच पर नृत्य करते रहे.

डेढ़ लाख श्रद्धालुओं ने सुदिष्ट बाबा के दरबार में मत्था टेका

सुदिष्ट बाबा के आश्रम परिसर में लगने वाले धनुष यज्ञ मेला के केंद्र में प्रसिद्ध संत बाबा रामबालक दास जी महाराज द्वारा धर्मध्वजा स्थापित करने तथा फीता काटने के साथ ऐतिहासिक धनुष यज्ञ मेला का शुभारंभ रविवार को हो गया.

‘लक’ सुधारने को नए ‘लुक’ में ऐतिहासिक धनुष यज्ञ मेला आज से

पूर्वी उत्तर प्रदेश एवं पश्चिमी बिहार के ग्रामीण अंचलों में चर्चित, सुविख्यात संत सुदिष्ट बाबा के आश्रम पर प्रत्येक वर्ष लगनेवाला धनुष यज्ञ मेला रविवार से प्रारंभ हो रहा है. लगभग तीन सप्ताह तक चलने वाले इस मेले के लिए सारी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं. रानीगंज बाजार से पूरब कोटवा गांव के किनारे संत सुदिष्ट बाबा के आश्रम सुदिष्टपुरी मे प्रत्येक वर्ष अगहन माह के शुक्ल पंचमी तिथि से धनुष यज्ञ मेला प्रारंभ होता है.

लखनऊ के हाईटेक कृषि मेले में भागीदारी के लिए बलिया के किसान रवाना

नई-नई तकनीकी जानकारी पाने के लिए जनपद के करीब डेढ़ सौ किसानों को लखनऊ के जनेश्वर मिश्र पार्क में लगे हाईटेक मेले में भेजा गया. जिलाधिकारी गोविन्द राजू एनएस ने हरी झण्डी दिखाकर बसों को रवाना किया. किसानों से कहा कि मेले में मिली जानकारी को सहेजते हुए बेहतर उत्पादकता प्राप्त करें.

जिलाधिकारी ने किया ‘बलिया-पौराणिक काल से 1947 तक’ का विमोचन

ऐतिहासिक ददरी मेला के भारतेंदु कला मंच पर बलिया-पौराणिक काल से 1947 तक, सह ददरी मेला विशेषांक का विमोचन जिलाधिकारी गोविन्द राजू एनएस ने विशिष्ट अतिथि सपा जिलाध्यक्ष संग्राम सिंह यादव, अपर जिलाधिकारी मनोज कुमार सिंघल, नगर मजिस्ट्रेट आरजी सिंह, अध्यक्ष प्रतिनिधि लक्ष्मण गुप्ता, शायर परवेज रोशन, अधिशासी अधिकारी संतोष कुमार मिश्र, पुस्तक के संपादक मधुसूदन सिंह की उपस्थिति में किया.

बलिया- पौराणिक काल से 1947 तक (सह ददरी विशेषांक) का विमोचन आज

बुधवार को बलिया- पौराणिक काल से 1947 तक (सह ददरी विशेषांक) नामक पुस्तक का विमोचन होने जा रहा है. इस पुस्तक के संपादक मधुसूदन सिंह है. बुधवार को ही इस मंच पर अखिल भारतीय कवि सम्मेलन भी होने जा रहा है, जिसके मुख्य अतिथि जिलाधिकारी बलिया गोविन्द राजू एनएस और विशिष्ट अतिथि जिलाध्यक्ष सपा संग्राम सिंह यादव है.

ददरी मेला का मुशायरा ऋषि-मुनियों के सम्मान में – जिला जज

ऐतिहासिक ददरी मेला का सुप्रसिद्ध भारतेंदु कला मंच पर एक बार फिर मुशायरे का इतिहास लिखा गया. सोमवार व मंगलवार की दरम्यानी रात एक सफल अखिल भारतीय मुशायरे की और गंगा जमुनी तहजीब की गवाह ही नहीं बनी, बल्कि पूरी रात शेरोशायरी और गज़लों पर वाहवाह करने को मजबूर रही.

बहादुरपुर सेवायोजन मेले में 69 को मिला रोजगार

शासन की मंशा के अनुरूप बहादुरपुर स्थित सेवायोजन कार्यालय पर एक दिवसीय रोजगार मेला का आयोजन हुआ, जिसमें 69 बेरोजगारों को रोजगार मिला.

खरीद फरोख्त बेहतर होने से सुदिष्टपुरी अश्व मेला गुलजार

रानीगंज बाजार से पूरब सुदिष्टपुरी मे सन्त सुदिष्ट बाबा आश्रम परिसर में लगने वाले धनुष यज्ञ मेला के प्रथम चरण में लगने वाला अश्व मेला शनिवार को अपने पूरे शबाब पर रहा. मेले मे खरीद बिक्री का माहौल अच्छा होने से अश्व पालक व व्यापारी दोनों प्रसन्न नजर आये. मेले में उम्दा नस्ल के घोड़ा घोड़ी, कृषि उपयोग और वर्किंग प्रजाति के खच्चर व गधे भी काफी तादाद में जुटे हैं.

ददरी मेला में भारतेन्दु मंच पर कव्वाली मुकाबला आज

प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी शनिवार को रात 8 बजे से ददरी मेला के भारतेन्दु कला मंच पर शानदार दो गोला कौव्वाली का मुकाबला होगा.

कील रूपी हरि के शरण में जाने से ही मिलेगा माया से छुटकारा

भारतेन्दु सत्संग मंच मेला ददरी में चतुर्थ दिवसीय सत्संग के तीसरे दिन पं. विजय नारायण शरण जी ने कहा कि घोर कलियुग में माया रूपी चक्की में पीसने से बचने के लिए एक मात्र कील रूपी हरि के शरण में जाना पड़ेगा, जैसे की कबीर बाबा का दोहा चलती चक्की देखकर दिया कबिरा रोय, दो पाटन के बीच में, साबुत बचा न कोय, वहीं पर कमाल जी का दोहा मिलता है चलती चक्की देखकर हंसा कमाल उठाय.

मंदिर ही नहीं, मेला भी मशहूर है ब्रह्मपुर का

बाबा भोले भंडारी की नगरी ब्रह्मपुर की एक अलग ही विशिष्टता है.. यहां पर हरेक जगह से लोग आते है और बाबा की पूजा अर्चना करते है. महाशिव रात्रि के समय का नज़ारा अद्भुत होता है. ये मंदिर बक्सर, आरा, बलिया, छपरा और सासाराम मे बहुत ज़्यादा प्रसिद्ध है. वैसे तो बिहार और उत्तर प्रदेश के कोने कोने से श्रद्धालु यहां पर दर्शन करने आते हैं.

माई बिसरी, बाबू बिसरी, पंचकोशवा के लिट्टी-चोखा नाहीं बिसरी

इसे सनातन धर्म की आभा कहें या बक्सर जिला वासियों का संस्कृति से लगाव. बिहार का बक्सर जिला यहां एक दिन बहुत ही खास होता है. इस तिथि को बीस लाख से अधिक लोग एक ही साथ भोजन करते हैं. अगहन कृष्ण पक्ष की इस तिथि को लोग पंचकोश के नाम से जानते हैं. पांच दिनों का मेला जिस दिन समाप्त होता है, उस दिन हर घर में एक ही भोजन बनता है.

क्या तेरा है क्या मेरा है, सारा जहां खुदा का है

जी हां, ऐसा लिखने की वजह कुछ और नहीं, आपसी एकता और भाइचारा है. बुधवार को जब बक्सर शहर के चरित्रवन इलाके में दूर-दराज से आए मेलार्थी पहुंचे तो नजारा देखने लायक था.

धनुष यज्ञ मेलाः घोड़ों की खरीद फरोख्त ठीक ठाक होने से व्यापारियों की बांछे खिलीं

सन्त सुदिष्ट बाबा के आश्रम परिसर कोटवा गांव के पूरब सुदिष्टपुरी में लगने वाले धनुष यज्ञ मेले के प्रथम चरण में लगने वाला अश्व मेला खरीद बिक्री में अपने शुरुआती दौर में ही शबाब पर है. यहां नए व पुराने दोनो तरह के नोटों से खरीद बिक्री होने से अश्व पालक व व्यापारी दोनों उत्साहित हैं.

ददरी मेला में पहुंचे पुलिस कप्तान, दुकानदारों से की बातचीत

ददरी मेला में वसूली की शिकायत मिलने पर पुलिस कप्तान वैभव कृष्ण आ धमके. उन्होंने दुकानों पर जाकर वसूली के बारे में व्यक्तिगत रूप से जानकारी ली. मेला में तैनात पुलिस अधिकारियों को सख्त निर्देश दिया कि वसूली की शिकायत मिलने पर सम्बन्धित के खिलाफ कठोर कारवाई की जाएगी.