Uncategorised जहां देखों वहीं पानी, मगर पीने के पानी कहीं नहीं गंगा और उनके छोरों के बीच चल रहा है आइस पाइस. नेता लोग आते हैं, घुमते हैं, फोटो खिंचवाते हैं, चले जाते हैं. पानी में रहकर भी पानी के लिए मोहताज. संकट की इस घड़ी में कई गांवों के प्रधान ‘लापता’ है. मवेशी से लेकर बच्चों तक, पूरी दुनिया हाईवे पर है Share PLEASE:WhatsAppTweetTelegram