नोटबंदी से आम जनता को कोई परेशानी नहीं – सुब्रत पाठक

बलिया के टाउन हाल के मैदान में भारतीय जनता पार्टी द्वारा आयोजित युवा सम्मेलन में भारतीय जनता युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष सुब्रत पाठक ने कहा कि उत्तर प्रदेश के नौजवान बुद्धिमान एवं मेहनती हैं, अमेरिका में जाकर उस देश को समृद्ध कर रहे हैं. नोट बंदी के मुद्दे पर श्री पाठक ने कहा कि इससे आम जनता को कोई परेशानी नहीं है.

एटीएम से पैसा न निकलने पर सिकंदरपुर में तोड़फोड़

सिकंदरपुर कस्बा स्थित सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के एटीएम में शुक्रवार को सुबह से ही पैसा निकालने के लिए लाइन में लगे लोगों ने शाम तक पैसा न मिलने पर तोड़फोड़ कर दिया.

कस्टमर सर्विस के मामले में सेंट्रल बैंक रानीगंज बाजार का जवाब नहीं

नोट बंदी के इस आपाधापी में सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया शाखा रानीगंज बाजार अपने ग्राहकों को बेहतर सुविधा देने में पूरे इलाके में अव्वल रहा. अगर बीएसएनएल द्वारा लिंक में आई गड़बड़ियों को छोड़ दिया जाए तो इस शाखा ने इलाके के कुल 16 बैंक शाखाओं में सबसे बेहतर सुविधा दिया है. जबकि इस शाखा में शाखा प्रबंधक सहित कर्मचारी कुल जमा तीन ही हैं.

नगदी न मिलने से खफा लोगों ने बलिया-सोनौली राजमार्ग जाम किया

कैश की कमी व भुगतान में विलंब से आक्रोशित भीड़ ने गुरुवार को सेंट्रल बैंक के नवानगर शाखा पर जमकर हंगामा किया. बैंक कर्मियों के अंदर से बाहर नहीं निकलने दिया तथा बेल्थरा मार्ग पर जाम लगा दिया.

नोट बंदी का सबसे ज्यादा फायदा गरीबों का – अनिल राजभर

गांधी पार्क मैदान में भारतीय जनता पार्टी के तत्वावधान में बृहस्पतिवार को पिछड़ा वर्ग सम्मलेन आयोजित किया गया. वक्ताओं ने पिछड़ों को लामबंद होकर सपा बसपा से प्रदेश को मुक्ति दिलाकर केन्द्र सरकार की तरह प्रदेश में भी भाजपा भासपा गठबंधन सरकार बनवाने का आह्वान किया.

कांग्रेसियों ने नोट बंदी को तुगलकी फरमान बताया, बैरिया में धरना

बड़ी नोटों को आनन फानन में बंद किए जाने के खिलाफ कांग्रेसी नेताओं ने शनिवार को बैरिया तहसील परिसर में धरना दिया.

2000 का नोट बना परेशानी का सबब

सरकार के नोट बंदी का फरमान जारी किए हुए दो हफ्ते बीत जाने के बाद भी लोगों की परेशानियां कम होने का नाम नहीं ले रही है. नोट बंदी पर सरकार के फैसले पर सवाल भी उठने भी लगे हैं. अधिकांश बैंकों द्वारा नए नोट दो हजार का भुगतान किया जा रहा है.

ग्रामीण इलाकों के बैंकों में दलाल सक्रिय, बढ़ी दुश्वारी

नोट बंदी के दो हफ़्तों से अधिक समय बीत जाने के बाद भी ग्रामीण अंचलों के बैंकों द्वारा भुगतान न किये जाने से लोगों की समस्यायें कम होने का नाम नहीं ले रही है. ग्रामीण अंचलों के बैंकों पर दलालों का कब्जा है, ग्राहक प्रतिदिन बैकों का परिक्रमा कर निराश होकर बैंक कर्मियों को खरी खोटी सुनाकर लौट जा रहे है. जबकि सरकार लोगों की समस्याओं के दूर करने के लिए रोज कोई न कोई नया आदेश पारित कर रही है.

पापड़ बेलने के बाद भी कैश तो दूर निकासी फॉर्म तक नहीं मिल रहा

नोटबन्दी के बाद लोगों को परेशानी से बचाने के लिए सरकार ने कई तरह की घोषणाएं की, लेकिन सुखपुरा स्थित पूर्वांचल बैंक में कर्मचारी अपनी मनमर्जी करने से बाज नहीं आ रहे हैं. ग्राहकों को नोट देना तो दूर निकासी फॉर्म तक नहीं मिल पा रहा है. रवींद्र सिंह ने बताया कि सोमवार को जब वे बैंक पहुंचे तो निकासी फॉर्म लेने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ी,

नोट बंदी के चलते किसानों मजदूरों का संकट गहराया – नारद

मातृ भूमि का कर्ज विकास की गंगा बहाकर ही चुकाने की कोशिश करता हूं, क्योंकि यहां से मुझे जितना मिला है, उसका बदला नहीं दे सकते. आज जिस विद्यालय में हम सब एकत्रित है हमने इसी से प्रारम्भिक शिक्षा के साथ सहूर की भी तालिम पायी. उक्त बातें प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालय खोरीपाकड़ के प्रांगण मे पूर्व मंत्री एवं सदर विधायक नारद राय ने अपने सम्बोधन में कही.