2022 के विस चुनाव में प्रसपा सरकार में होगी: शिवपाल सिंह यादव

शिवपाल सिंह ने कहा कि संपन्न परिवार के होते हुए भी स्व. बद्री सिंह ने गरीबों और मजलूम लोगों की सेवा में अपना जीवन न्योछावर कर दिया.

गहमर में यूनियन बैंक में ग्राहकों का हंगामा

गहमर गांव के मेन रोड स्थित यूनियन बैंक आफ इंडिया की शाखा में पैसे नहीं मिलने से नाराज ग्राहकों ने मंगलवार को बैंक के बाहर जमकर हंगामा किया.

जब तक हादसा हो न जाए प्रशासन की नींद नहीं खुलती

सहतवार थाना क्षेत्र में भारतीय स्टेट बैंक की स्थानीय शाखा के सामने शुक्रवार को बिजली के करेंट के चलते पूर्णवासी राम की मौत के लिए के स्थानीय लोग बिजली विभाग के कर्मचारियो को दोषी ठहरा रहे हैं.

बैंक की कतार में खड़े अधेड़ की करेंट से मौत

सहतवार थाना क्षेत्र में शुक्रवार को दिन के 12 -30 बजे के क़रीब भारतीय स्टेट बैंक की स्थानीय शाखा से पैसे निकालने के लिए लाइन मे खड़ा एक व्यक्ति बिजली की चपेट मे आने से गम्भीर रूप से झुलस गया.

ढाई महीने बाद भी बैंकों में नगदी संकट बरकरार

नोट बंदी के करीब ढाई माह बाद भी यहां के बैंकों में जारी नगदी संकट लोगों पर भारी पड़ रहा है. शादी विवाह तथा अन्य कार्यो हेतु आवश्यकता से काफी कम नगदी दिए जाने से लोगों में आक्रोश बढ़ने लगा है, जिससे बैंकों के सामने प्रायः रोजाना हो हल्ला जारी है.

बांसडीह में भी सड़क जाम, सुखपुरा में ठप है काम

बांसडीह में बैंक से नगदी न मिलने से नाराज भारतीय स्टेट बैंक के खाताधारकों ने बुधवार को सड़क जाम कर दिया. इस दौरान सरकार व बैंक के खिलाफ जमकर नारे भी लगाये. उधर, सुखपुरा में भी हालात जस के तस हैं.

नगदी संकट से जूझ रही महिलाओं ने बैंक का ताला नहीं खोलने दिया

भारतीय स्टेट बैंक की रेवती शाखा में सोमवार के दिन भी पैसा नहीं आने की वजह से ग्राहकों को नगद भुगतान नहीं हो सका. आक्रोशित ग्राहकों ने बैंक का ताला नहीं खुलने दिया.

अब एटीएम से एकमुश्त निकाल सकेंगे 10,000 रुपये

ब आप एटीएम के जरिए एकमुश्त 10,000 रुपये निकाल सकेंगे. इससे पहले एटीएम से पैसे निकालने की सीमा 4500 रुपये थी. आरबीआई ने एटीएम से पैसे निकालने की सीमा बढ़ा दी है.

बांसडीह एसबीआई में भी नगदी भुगतान का संकट

नोट बंदी व नगदी की किल्लत से परेशान बैंक ग्राहकों का गुस्सा शुक्रवार को भारतीय स्टेट बैंक बांसडीह में फूट पड़ा, वे जबरन गेट का ताला तोड़ कर बैंक में घुसने लगे. बैंक कर्मियों ने इसकी सूचना पुलिस को दी.

रेवती में भी एसबीआई ग्राहकों में नाराजगी

पैसे की किल्लत से परेशान ग्राहकों का गुस्सा उस समय फूट पड़ा, जब शुक्रवार को भारतीय स्टेट बैंक की स्थानीय शाखा खुलने के बाद बैंक कर्मियों ने कहा कि पैसा नहीं है.

बांसडीह में नोटबंदी के दो महीने बाद भी हालात नहीं बदले

नोट बंदी लागू होने के कई हफ्ते बाद भी बांसडीह स्थित बैंकों की हालत जस की तस बनी हुई है. एक दो बैंक शाखाओं को छोड़ कर सभी की हालत खराब है. डाकघर में तो नोटबंदी के बाद से आज तक लेन देन ही नहीं हुआ.

पूर्वांचल बैंक – नोटबंदी की आड़ में खेल

नोट बंदी के बाद गोलमाल करने वाले बैंकों की सूची में जनपद का भी एक बैंक अपना नाम दर्ज करा लिया है. मामला पूर्वांचल बैंक की सोनवानी शाखा से सम्बंधित है. हेराफेरी की खबर लगते ही उच्चाधिकारियों ने इस गड़बड़झाले में शाखा प्रबंधक सहित दो लोगों को तत्काल प्रभाव से निलम्बित कर जांच शुरू कर दिया.

कोटेदारों की मनमानी के विरूद्ध डीएम को सौंपा पत्रक

बांसडीह नगर पंचायत में राशनकार्ड धारकों को कम यूनिट राशन देने के साथ ही निर्धारित मूल्य से अधिक मूल्य पर राशन वितरण करना तथा शासन द्वारा निर्धारित मूल्य को कोटे की दुकान पर चस्पा न किए जाने को लेकर रविवार को युवा कांग्रेस सलेमपुर लोकसभा अध्यक्ष प्रतुल कुमार ओझा ने जिलाधिकारी को पत्रक सौंपकर शिकायत की है.

सुखपुरा में एसबीआई ग्राहक चौथे दिन भी खाली हाथ लौटे

सुखपुरा स्थित भारतीय स्टेट बैंक में ग्राहकों को नगद भुगतान शनिवार को भी नहीं मिला. बुधवार को दोपहर के बाद से ही पैसा के लिए ग्राहक परेशान हैं. नोटबन्दी की मार झेल रहे भारतीय स्टेट बैक के ग्राहक अब भी राहत नहीं महसूस कर रहे हैं.

सुखपुरा – गलन व शीतलहरी में एसबीआई ग्राहकों की शामत

सुखपुरा स्थित भारतीय स्टेट बैंक में ग्राहकों को भुगतान नहीं मिल रहा है. बुधवार को दोपहर बाद से ही भुगतान के लिए ग्राहक परेशान हैं. नोटबन्दी की मार झेल रहे एसबीआई ग्राहक अब भी राहत नहीं महसूस कर रहे हैं.

नोटबंदी स्वतंत्रता का हनन, धर्म विरुद्ध भी – शंकराचार्य

केंद्र सरकार द्वारा नोटबन्दी के जरिए नागरिक स्वतंत्रता का हनन किया गया है. इससे धर्म की भी क्षति होगी. व्यक्ति अपना धन अपनी इच्छानुसार नहीं खर्च करेगा तो कमाएगा क्यों? लोगों को आत्मिक संतुष्टि धर्म करने से होती है. केवल परिवार के पोषण से नहीं. अपना ही धन खर्च करने के लिए नहीं मिलेगा तो कोई यज्ञ, दान, तीर्थाटन कैसे करेगा?