किसी बाढ़ पीड़ित को लोगों ने भूखा नहीं सोने दिया

गंगा व घाघरा का पानी उतरने के साथ बन्धों पर शरण लिए लोग अब अपने घरों को वापस लौटने लगे हैं. वापस लौटेने वाले लोगों का जीवन अब कुछ दिनों तक आंगन से बाहर तक कीचड़ में गुजरने वाला है. घर से बाहर आकर आश्रय लेने और फिर अपने घर वापसी में परिस्थितियां काफी कुछ बदल गयी है.

सपा महासचिव ने राहत सामग्री बांटी

सपा के जिला महासचिव मनोज सिह ने बुधवार को गंगा के बाढ व कटान से पीडित शिवपुर कपूर दियर, हृदयपुर व बहुआरा के पीड़ितों में तिरपाल व गुड़ लाई चूड़ा आदि टिकाऊ खाद्यपदार्थो का वितरण किया.

पोषाहार उठान के लिए सुविधा शुल्क मांगने का आरोप

बलिया LIVE पूर्वांचल के गली मोहल्लों से लेकर सोशल मीडिया तक – न्यूज और व्यूज का ऑनलाइन फोरम है. बलिया LIVE will serve as a trusted guide to the crush of news and ideas around you. With thoughtful analysis and fearless views our team of editors.

कोताही पर कोटेदार का निलम्बन, प्रधान भी राडार पर

जिलाधिकारी ने एसडीएम को निर्देश दिया कि जो कोटेदार बाढ़ प्रभावित गांव में राशन आदि का वितरण नहीं करता है तो उसके कोटे की दुकान को तत्काल निलम्बित कर दिया जाय. राशन आदि का उठान न होने पर ग्राम प्रधान के विरूद्ध भी कार्रवाई की जाए.

बाढ़ पीड़ितों के जख्मों पर राहत का मरहम

बाढ़ पीड़ितों की पीड़ा पर बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा राहत का मरहम लगाने का अभियान निरंतर चल रहा है. रविवार को बीएसए डॉ. राकेश सिंह भोजन पैकेट, हलवा, ब्रेड, बिस्कुट, टॉफी के साथ मिनरल वाटर की बोतलें बाढ़ से घिरे दर्जनों गांवों में नाव से जाकर वितरित किया

बैरिया के पांडेयपुर में बाढ़ में फंसे हैं लोग

बैरिया तहसील के पांडेयपुर गांव में बाढ़ में पानी में फंसे है लोग. अभी तक इस गांव के लोगों को नाव की सुविधा नहीं मिल पाई है. लोगों को अपना दैनिक काम काज निबटाने में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.

फेफना विधायक ने राहत में भेदभाव का लगाया आरोप

बाढ़ जैसी दैवीय आपदा में पीड़ितों की सेवा से बड़ा कोई धर्म नही है. ऐसे संकट की घड़ी में सच्ची मन से दिल से सेवा होनी चाहिये. बाढ़ पीड़ित व्यक्तियों के मदद में क्षेत्रवाद, दलवाद और होना चाहिए, लेकिन फेफना विधानसभा क्षेत्र में चन्द लोगो के इशारे पर प्रशासनिक सहायता में भी भेदभाव किया जा रहा है.

बाढ़ पीड़ितों के दर्द पर मरहम लगाया

राष्ट्रनायक चन्द्रशेखर मैराथन समिति ने गुरुवार को भरौली से लेकर दूबेछपरा तक के बाढ़ व कटान पीड़ितों के दर्द पर मरहम लगाने का पूरा-पूरा प्रयास किया.

जहां देखों वहीं पानी, मगर पीने के पानी कहीं नहीं

गंगा और उनके छोरों के बीच चल रहा है आइस पाइस. नेता लोग आते हैं, घुमते हैं, फोटो खिंचवाते हैं, चले जाते हैं. पानी में रहकर भी पानी के लिए मोहताज. संकट की इस घड़ी में कई गांवों के प्रधान ‘लापता’ है. मवेशी से लेकर बच्चों तक, पूरी दुनिया हाईवे पर है

विस्थापितों की मदद के लिए आगे आईं स्वयंसेवी संस्थाएं

बलिया जिले में बाढ़ की विनाश लीला से द्रवित होकर कई स्वयंसेवी संस्थाएं विस्थापित लोगों की मदद में हाथ बंटाने लगी हैं.

गंगा पार के गांवों में हालात बदतर, नहीं पहुंची राहत टीम

गंगा ने अब तक बाढ़ के सारे रिकार्ड को ध्वस्त करते हुए अपनी विकरालता से फेफना, बलिया एवं बैरिया विधानसभा क्षेत्र के तकरीबन पांच सौ गांवों को अपने चपेट में ले लिया है. सबसे विकराल स्थिति गंगा पार की ग्राम सभाओं में है

बाढ़ पीड़ितों ने एम्बुलेंस और दवा की मांग की

जिलाधिकारी ने सबसे पहले प्राथमिक विद्यालय सागरपाली में राहत शिविर का निरीक्षण किया. वहां लेखपाल ही नदारद थे. वहां मौजूद मेडिकल टीम से दवाओं की उपलब्धता आदि के संबंध में पूछताछ की.

सेना एलर्ट, कोरंटाडीह से मांझी तक भारी वाहनों पर पाबंदी

बलिया में बाढ़ की स्थिति भयावह हो गई है. जनपद की सीमा में राष्ट्रीय राजमार्ग 31 पर 13 स्थानों पर गंगा ओवरफ्लो कर रही है. जनपद में गंगा घाघरा एवं टोंस तीनों नदियां एक साथ बढाव पर है. गंगा खतरा बिंदु के उच्चतम स्तर को भी पार कर गई है.

प्रसूता की मौत पर बैरिया में बवाल

दोकटी थाना क्षेत्र के बाबू के शिवपुर निवासिनी प्रतिमा देवी (20) पत्नी हंसराज यादव का प्रसव करवाने के लिए परिजन रविवार को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मुरली छपरा ले गए. वहां आशा बहू ने बताया कि उसकी हालत गंभीर है तो वे प्रतिमा को 108 एंबुलेंस की मदद से द्वाबा नर्सिंग होम लेकर पहुंचे.

बाढ़ में बह गई मासूम, किशोरी को सांप ने डंसा

बैरिया थाना क्षेत्र बीएसटी बंधे पर इब्राहिमाबाद नौबरार पंचायत के घूरी टोला गांव के सामने रविवार की शाम बाढ़ के पानी की तेज धारा में प्रतिमा (8) पुत्री विशुन तुरहा बह गई. उधर, सिकंदरपुर थाना क्षेत्र के ग्राम सभा कोथ के मटुरी गांव में शनिवार की शाम खेत में जाते समय किशोरी को सांप ने डस लिया.

19 अगस्त 1942, आज ही के दिन बलिया हुआ था स्वाधीन

बैरिया मैं तिरंगा फहराने तथा पुलिस फायरिंग में भारी संख्या में लोगों के शहीद होने के बाद जहां ब्रिटिश हुकूमत घबरा गई थी, वहीं पर बलिया के बच्चे, बूढ़े, जवान सभी में अंग्रेजी सरकार के खिलाफ बगावत कूट-कूट कर भर गया था.

जब घायल हुआ हिमालय, खतरे में पड़ी आजादी

गुरुवार को स्वतंत्रता संग्राम सेनानी संगठन की अध्यक्षा राधिका मिश्रा के नेतृत्व में शहीद श्रद्धांजलि यात्रा को हरी झंडी दिखाकर अपर जिलाधिकारी मनोज सिंघल ने बैरिया के लिए रवाना किया.

18 अगस्त 1942, बैरिया में कौशल किशोर सिंह ने फहराया था तिरंगा

बैरिया थाने पर कब्जा करने की नीयत से बलिया के कोने-कोने से हजारों लोगों का हुजूम इकट्ठा हुआ. सबसे पहले बैरिया थाने पर लोग टूट पड़े और घुड़साल को लोगों ने जमींदोज कर दिया. इस घटना से भड़की ब्रिटिश पुलिस ने भीड़ पर गोलियों की बौछार कर दी. नारायणगढ़ निवासी युवा कौशल किशोर सिंह बैरिया थाने पर तिरंगा फहराते हुए पुलिस की गोली से शहीद हो गए.