कैथवली का ट्रांसफॉर्मर कब बदलेगा सरकार

तहसील क्षेत्र के कैथवली (मासूमपुर) गांव के जले ट्रांसफार्मर को बार-बार मांग किए जाने के बावजूद अब तक बदला नहीं गया. इसके चलते बिजली के अभाव में कठिनाई झेल रहे उपभोक्ताओं में विद्युत विभाग की उपेक्षा के खिलाफ आक्रोश व्याप्त है.

पखवाड़ा बीता, लेकिन ट्रांसफॉर्मर नहीं बदला

पानी टंकी आदमपुर के फुंके ट्रांसफार्मर को अब तक नहीं बदला गया. स्थानीय लोगों बिजली महकमे में जूते घिसना जारी रखा है. इसके चलते टंकी से आपूर्ति ठप है. पानी की किल्लत झेल रहे आधा दर्जन गांवों के नागरिकों में विद्युत विभाग की उदासीनता के खिलाफ आक्रोश है. नागरिकों ने चेतावनी दी है कि यदि ट्रांसफार्मर को शीघ्र नहीं बदला गया तो विद्युत उपकेंद्र पर धरना दिया जाएगा. टंकी से आदमपुर, जमालपुर, शेखपुर जाहिदीपुर, बसारीकपुर आदि गांव के लोगों को पीने का पानी मुहैया करवाया जाता है.

करेंट की चपेट आकर गाय ने दम तोड़ा, धरना

कोतवाली क्षेत्र के गढ़िया (हितापुरा) में बुधवार की सुबह 7 बजे विद्युत तार की चपेट में आने से जर्सी गाय की मौके पर ही मौत हो गयी. आक्रोशित ग्रामीणों ने पावर हाउस का घेराव कर आफिस में ताला बंद कर दिया. नतीजतन कई घंटे तक बिद्युत सप्लाई बाधित रही.

बिन बिजली नगवा सून, बाकी जो है हइए है

बिजली मोटर फुंक जाने से दो दिन से नगवा की बत्ती गुल है. अब दस हजार की आबादी वाले इस गांव में पानी के लिए भी त्राहि त्राहि मची है. कब तक आपूर्ति बहाल होगी, इसका भरोसा देने वाला भी कोई नहीं है. विभागीय स्तर कार्रवाई शुरू हो चकी है, लेकिन कब तक मोटर बदलेगा, आपरेटर की माने तो इसके लिए कोई समय सीमा निर्धारित नहीं है. सफेद हाथी की तरह नगवा में में एक ओवरहेड टैंक भी है.

रंग लाया कांग्रेसी विनोद सिंह का अनशन

जिला प्रशासन व बिजली विभाग के अधिकारियों की उदासीनता चरम पर है. इसी के विरोध में दिघार में 33/11 केवी विद्युत उपकेन्द्र की स्थापना के लिए कांग्रेस नेता विनोद सिंह द्वारा किया जा रहा बेमियादी अनशन दूसरे दिन उग्र रूप धारण कर लिया. विभागीय अधिकारियों के अनशन स्थल पर न पहुंचने से आक्रोशित सैकड़ों ग्रामीणों ने शनिवार ग्यारह बजे दिघार पावर हाउस से सप्लाई बन्द कराने के बाद उसके गेट पर तालाबंदी कर दी.