Chhath concluded with a four-day festival of folk faith with Arghya offered to the rising sun.

उदीयमान सूर्य को अर्घ्य के साथ लोक आस्था का चार दिनी महापर्व डाला छठ संपन्न

नगर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों के विभिन्न घाटों पर सूर्य को अर्घ्य देने के बाद व्रती महिलाओं ने घाट और घर पर बड़ों के पैर छूकर आशीर्वाद प्राप्त किया. इसके बाद प्रसाद वितरण कर व्रत का पारण किया.