

गाजीपुर। बिहार, आजमगढ़ एवं गाजीपुर के एक दर्जन पीड़ित परिवारों ने सउदी में भुखमरी के शिकार अपने लाडलों को स्वदेश बुलाने हेतु गुहार लगाई. महिलाओं का रोना देख आने-जाने वाले भी ठिठक कर उनके प्रति संवेदित हुए बिना नहीं रह पाते थे. इन सभी को मुम्बई स्थित सांतक्रुंज की एक कम्पनी ने पलम्बर व ड्राइविंग के वीजा पर लगभग ढाई साल पहले सउदी अरबिया भेजा था. तीन महीने से अब न तो उन्हें काम पर रखा गया है और न ही बकाया की सैलरी ही दी जा रही है.
तीन माह से जब्त है 12 युवकों का पासपोर्ट
जनता थाना पर शुक्रवार को जनाध्यक्ष के रूप में उपस्थित सामाजिक कार्यकर्ता ब्रज भूषण दूबे से आजमगढ़ जनपद के जहानागंज निवासी बंशू चौहान ने कहा कि उनके बेटे को सउदी में पलम्बर के वीजा पर 70 हजार लेकर दलालों ने भेजा था. वीजा के अनुसार काम तो मिला नहीं प्राइवेट परिवार में नौकर के तौर पर रखा गया है. तीन माह का बकाया मांगा तो उसका वीजा व पासपोर्ट जब्त मरते हुए मारपीट कर भगा दिया गया. तब से वह सरकारी बस स्टाप पर समय काट रहा है.
सउदी के दम्माम में इसी प्रकार की पीड़ा झेल तरवां थाना के इस्माइलपुर निवासी प्रमोद राम की पत्नी मीरा ने बताया कि काम से हटाने व पासपोर्ट हड़पने के बाद उसने पति के लिए अपने जेवर बेचकर पैसा भेजा, किन्तु अब न तो घर पर कुछ खाने के लिए है और न पति के लिए. गाजीपुर के दुल्लहपुर थाना अन्तर्गत शंकरपुर राकेश कुमार भी दम्माम में ही बस स्टाप से स्वदेश आने हेतु माननीयों की ओर आशा भरी नजरों से देख रहे हैं. प्रमोद की पत्नी अंकिता ने भी जनता थाना पर अपना दुखड़ा रोया.
आधा पेट खाकर गुजर बशर कर रहे
बिहार के बक्सर जिला के धनसुयी गांव निवासी धर्मेन्द्र व नरेन्द्र के पिता सुमेश्वर सिंह ने बताया कि हमारे दोनो ही बेटे ढाई साल पहले पलम्बर के वीजा पर सउदी के दम्माम गए, जहां तीन माह से वे बिना काम के आधा पेट खाकर बस स्टाप पर गुजर बसर कर रहे हैं. उन्होंने बक्सर के सांसद आदि से गुहार लगाई, किन्तु कोई लाभ नहीं हुआ.

बहरियाबाद स्थित राजापुर के कालीचरन यादव के पिता केदार यादव, मरदह थाना क्षेत्र के पिपनार गांव निवासी अवधेश यादव के पिता नान्हक यादव, नोनहरा थाना क्षेत्र के फतेहपुर अटवा निवासी शेषनाथ के पिता गुलदारी चौहान, आजमगढ रानी की सराय के सुनील को वापस बुलाने हेतु वलधारी राम, तरवां के रामपलट चौहान के लिये पिता हीरा लाल एवं तरवां थाना के सिंहपुर निवासी सुनील को वापस बुलाने के लिए उनकी पत्नी सीमा देवी ने अपने नाबालिग बच्चाों के साथ गुहार लगाई.
सामाजिक कार्यकर्ताओं की पांच सदस्यीय टीम ने सुनी फरियाद
ब्रज भूषण दूबे के साथ पांच सदस्यीय टीम में कुम्भनाथ जायसवाल, गुल्लू सिंह यादव, रूद्रेश कुमार निगम, अनूप मिश्रा एवं अजीत ने पूरे प्रकरण पर आवश्यक अभिलेख पीड़ित परिवारों से प्राप्त कर महामहिम राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री के पोर्टल एवं ट्वीटर, विदेश मंत्रालय के अलावा उत्तर प्रदेश व बिहार के मुख्यमंत्री एवं राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग को भेजकर न्याय दिलाये जाने का भरोसा दिलाया.