राहत की बात, पांच और कोरोना संक्रमित डिस्चार्ज होकर घर लौटे

बलिया से संतोष सिंह

गुरुवार को बलिया जिले में कोई नया कोरोना पॉजिटिव केस नहीं मिला. वहीं 5 लोग डिस्चार्ज होकर घर लौट गए. स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी कोरोना हेल्थ बुलेटिन के मुताबिक यहां कुल पुष्ट केस 99 है, जिसमें 66 स्वस्थ्य हो गए हैं. अब यहां सिर्फ 33 केस ही एक्टिव हैं. बुधवार की रात 10 बजे तक 197 लोगों का सैंपल लिया गया, जिसमें एक तीन साल की बालिका भी शामिल है. जनपद में अब तक हुए 4298 सैंपल में 520 सैंपल की रिपोर्ट आनी बाकी है.

दूसरे राज्यों से उत्तर प्रदेश लौटने वालों का सिलसिला अब थम चुका है, इसलिए अधिक संख्या में क्वारंटाइन सेंटर की जरूरत नहीं समझी जा रही. इसके बावजूद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिए हैं कि अब भी हर जिले में कम से कम एक क्वारंटाइन सेंटर और कम्युनिटी किचन चलते रहना चाहिए. उन्होंने चिकित्सा व्यवस्था को लगातार मजबूत करने पर जोर दिया है.

कोरोना संक्रमण और अनलॉक के हालात की समीक्षा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को टीम-11 के साथ बैठक में की. उन्होंने कहा कि टेस्टिंग क्षमता बढ़ाने के लिए लगातार प्रयास करना है. अधिक से अधिक नमूनों की जांच के लिए यह जरूरी है कि सभी टेस्टिंग लैब अपनी पूरी क्षमता से चलती रहें. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि एक लाख से अधिक मेडिकल स्क्रीनिंग टीम कोरोना संक्रमण के प्रसार को नियंत्रित करने की एक महत्वपूर्ण कड़ी है.

इसी क्रम में बड़ी संख्या में लौटे अप्रवासी कामगार व श्रमिकों की स्किल टेस्टिंग के बाद यूपी में अब उनको रोजगार देने की तैयारी है. पीएम नरेंद्र मोदी शुक्रवार को प्रदेश में एक करोड़ 25 लाख लोगों को रोजगार देने की शुरुआत करेंगे. इसको अंजाम तक लाने वाले सीएम योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को टीम-11 के साथ बैठक में इसकी तैयारी को परखा.

सहायता न मिलने पर बहरवासु कामगारों ने किया आक्रोश प्रदर्शन

उधर, रसड़ा के खण्ड विकास कार्यालय पर गुरुवार को अठिलापुरा गांव में प्रवासी मजदूरों को अब तक कोई सरकारी सहायता नहीं दिए जाने से आक्रोशित प्रवासी मजदूरों ने प्रदर्शन कर उप जिलाधिकारी को पत्रक सौंपा. चेताया की तत्काल सरकारी व्यवस्था मुहैया नहीं करायी गयी तो वे आंदोलन करने को बाध्य होंगे. प्रवासी मजदूर गांव से नारेबाजी करते हुऐ ब्लाक मुख्यालय आ धमके और खण्डविकास अधिकारी कार्यालय के सामने धरने पर बैठ गए और नारेबाजी करने लगे. प्रदर्शन कारी मजूदरों ने आरोप लगाया कि सरकार द्वारा प्रवासी मजदूरों के लिए धन, आनाज आदि प्रदान किया जा रहा है. इसके लिए वे ग्राम प्रधान व लेखपाल को सभी कागजात भी सौंप दिए थे. इसके बावजूद ग्राम प्रधान व लेखपाल द्वारा सूची में नाम दर्ज नहीं किया गया है. पूछने पर प्रधान और लेखपाल द्वारा धमकी दी जा रही है कि आप लोग खंड विकास अधिकारी या डीएम साहब के पास जाएं. धरना-प्रदर्शन में प्रदीप सिंह, शिवकुमार, सुनील प्रजापति, अनूज, गोविंद प्रजापति, सीमा देवी, अनिल प्रजापति आदि उपस्थित रहे.

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