लखनऊ : नेता प्रतिपक्ष रामगोविन्द चौधरी ने महाराष्ट्र के राज्यपाल से अनुरोध किया है कि वह राष्ट्रपति शासन हटाने और नई सरकार के गठन के बीच के मिनट्स का श्वेतपत्र जारी करें ताकि इस पद की मर्यादा फिर से बहाल हो सके.
चौधरी ने सपा के जिला प्रवक्ता सुशील कुमार पांडेय ‘कान्ह जी’ के जरिये जारी बयान में कहा है कि महाराष्ट्र में रात के साये में हुई राष्ट्रपति शासन को हटाने की अनुशंसा, मंजूरी और नई सरकार के गठन को लेकर चौक चौराहों और सोशल मीडिया में उठते सवाल राज्यपाल पद की गरिमा के अनुरूप नहीं है
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि इस पर कई सवाल उठ रहे हैं. ‘आपने राष्ट्रपति शासन हटाने की रिपोर्ट किस समय भेजी ?’ ‘राष्ट्रपति ने इस रिपोर्ट को किस समय स्वीकार किया?’ ‘किस समय प्रधानमंत्री को भेजा?’ ‘कैबिनेट मीटिंग के निर्देश और सूचना कब जारी हुई?’ ‘कैबिनेट मीटिंग कब हुई? कैबिनेट की अनुशंसा राष्ट्रपति के पास किस समय पहुंची?’ ‘इस सम्बंध में राष्ट्रपति ने किस समय निर्णय लिया?”महाराष्ट्र से राष्ट्रपति शासन हटाने का निर्णय माननीय राज्यपाल को कब प्राप्त हुआ?’
चौधरी ने कहा है कि लोग यह भी जानना चाहते हैं कि देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार को शपथ के लिए निमंत्रण आपने कितने बजकर कितने मिनट पर दिया. इन लोगों ने सरकार बनाने का दावा किस समय पेश किया? क्या दावा पेश करने से पहले भी देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार आपसे मिले थे ?