सुखपुरा (बलिया)। करमर धान क्रय केंद्र पर किसानों का पंजीकरण शुरू हो गया है. लेकिन धान कब से लिया जाएगा यह तय नहीं है. विपणन निरीक्षक एसपी सरोज ने बताया कि राइस मिलों से एग्रीमेंट न होने के कारण खरीदारी शुरू नहीं हुई है. जब एग्रीमेंट हो जाएगा खरीदारी भी शुरू हो जाएगी.
इसकी सूचना किसानों को मोबाइल मैसेज के माध्यम से दे दी जाएगी. शासन की मंशा थी कि पहली नवंबर से सभी क्रय केंद्र खोल दिए जाए. किसान अपना धान सही समय पर गोदाम पर पहुंचा दें, ताकि उनका समय पर भुगतान किया जा सके. जिससे उन्हें रबी के फसल में कोई परेशानी न उठानी पड़े. वही इसके विपरीत जनपद के आला अधिकारियों का रवैया टालमटोल वाला है. वे केवल जुमलेबाजी कर रहे हैं. जिला विपणन अधिकारी नरेंद्र तिवारी धान क्रय केंद्र शुरू करने की बात कह रहे हैं.
वहीं बेरूवारबारी के विपणन निरीक्षक शीतल प्रसाद सरोज का कहना है कि वह झूठ बोल रहे हैं. कहीं भी खरीदारी नहीं हुआ है. बहरहाल मामला जो भी हो इसमें किसानों को काफी परेशानी उठानी पड़ रही है. बहुत दिनों के बाद धान की अच्छी फसल हुई है. किसानों के चेहरे खिल गए थे, लेकिन अधिकारियों के इस रवैये से किसानों की समस्या की बढ़ गई है. किसान अपनी फसल बिचौलियों को देने को मजबूर हैं. किसानों ने जिलाधिकारी से इस मामले में पहल करने की मांग की है.
नगरा सरकारी क्रय केंद्र द्वारा धान खरीद में हर साल मनमानी कटौती की जा रही है तथा किसानों द्वारा इस सम्बन्ध में आरटीआई का जवाब नहीं दिया जा रहा. आखिर इन अधिकारियों में खुलेआम कानून की धाज्जियां उड़ाने के लिए कॉन्फिडेंस कहां से आता है? उच्च अधिकारियों तक शिकायत की जा चुकी है, लेकिन मनमानी जारी है. इस समस्या का क्या निदान है? कहां शिकायत की जाय? किसान बेहद परेशान हैं और क्रय केंद्र मनमानी पर उतारू है – पवन कुमार मिश्र (लखनऊ विश्वविद्यालय)