बलिया लाइव ब्यूरो
बलिया। कार्यभार ग्रहण करने के साथ ही जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी डॉ. राकेश सिंह बेसिक शिक्षा के गुणवत्ता में निरंतर सुधार लाने की दिशा में अभिनव प्रयोग करते रहे हैं, उन्होंने समेकित शिक्षा के जिला समन्वयक ओपी सिंह के अध्यक्षता में सात सदस्यों का एक क्वालिटी मॉनिटरिंग सेल का गठन किया. इसमें विद्यासागर गुप्त, अब्दुल ओवन, बलवंत सिंह, संजय कुमार, बब्बन यादव, बृज किशोर पाठक एवं शंभूनाथ राम शामिल हैं.
इसे भी पढ़ें – बलिया में पारदर्शी चयन प्रक्रिया के लिए बीएसए सम्मानित
इसे भी पढ़ें – गुणवत्ता नियंत्रण प्रकोष्ठ ने संपादित कराई परीक्षा
क्या है क्वालिटी मानिटरिंग सेल के गठन का उद्देश्य
बेसिक शिक्षा परिषद द्वारा संचालित प्राथमिक एवम् उच्च प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षा के स्तर में निरंतर सुधार लाने उनकी स्तर को बढ़ाने विद्यालयों में चल रहे शिक्षण कार्य का मूल्यांकन तथा सुधार के लिए नवाचार प्रयोग करना इसका उद्देश्य है. सेल की सक्रियता से परिषदीय विद्यालयों की शिक्षा की गुणवत्ता में निरंतर सुधार देखने को मिल रहा है. इसी सेल के देखरेख में जनपद के समस्त विद्यालयों में 25 जुलाई को कक्षा 2 से लेकर कक्षा 8 तक के बच्चों की शिक्षा शास्त्र को जानने के लिए परीक्षा कराई गई. परीक्षा को पारदर्शी बनाने के लिए जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी डॉ. राकेश सिंह ने स्वयं निरीक्षण करते हुए समस्त खंड शिक्षा अधिकारियों, जिला समन्वयक तथा क्वालिटी मॉनिटरिंग सेल के सदस्यों को लगाया. जिलाधिकारी ने भी इसके लिए अपने स्तर से टीम गठित कर इस अभिनव प्रयोग की सराहना की.
इसे भी पढ़ें – शिक्षा प्रेरकों के लिए सरकार के पास धन नहीं
बीआरसी दुबहड़ पर युद्ध स्तर पर चला मूल्यांकन
खंड शिक्षा अधिकारी सुनील कुमार के नेतृत्व में बलिया के सबसे बड़े विकासखंड नगरा के परिषदीय विद्यालयों के बच्चों की उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन कार्य तीन दिनों तक चला नगरा शिक्षा क्षेत्र में 162 प्राथमिक विद्यालय तथा 45 पूर्व माध्यमिक विद्यालय हैं. मूल्यांकन कार्य के लिए प्राथमिक विद्यालय स्तर पर 18 तथा पूर्व माध्यमिक विद्यालय स्तर पर छह टेबल लगाए गए थे. मूल्यांकन कार्य का समापन शुक्रवार को दोपहर तक चलाए गए मूल्यांकन कार्य में सह समन्वयक विद्यासागर, विजय प्रकाश गुप्त, ओपी राय, शशि भूषण, अजीत पांडेय, राजेश पांडेय, सुभाष पांडेय के देखरेख में चलता है. कार्य में अनिल कुमार, चंद्रगुप्त, आनंद राय, भोला प्रसाद, अजीत कुमार पाठक ने सहयोग किया.
इसे भी पढ़ें – गुणवत्तापूर्ण शिक्षा पर बीएसए का जोर