बैरिया (बलिया)। धनुष यज्ञ मेला की तैयारी युद्धस्तर पर चल रही है. बलिया के पूर्वी क्षेत्र का प्रसिद्ध यह परम्पराग मेला अगहन शुक्ल पक्ष पंचमी 23 नवम्बर से शुरू होगा. मेले के लिए अभी से ही बिहार के सोनपुर, मढौरा, इटावा, कानपुर, लखीमपुर खीरी, बलिया व कई जनपदों से व्यापारी पहुंचने लगे हैं.
ग्राम पंचायत कोटवां/ मेला प्रबन्ध समिति द्वारा आने वाले व्यवसायियों को उनके सामान के अनुरूप स्थान आरक्षित कराया जा रहा है. तीन सप्ताह से अधिक दिनो तक चलने वाला यह मेला काश्तकारों से अनुमति के बाद करीब 15 बीघा में आधुनिक नगर के रूप मे अस्थायी तौर पर बसाया जाता है. पिछले साल व्यापारियो के बढे आवक को देखते हुए इस साल मेले का और भी विस्तार किया जा रहा है. पहले इस मेले मे 36 चौक व 72 गलियां बनती थी.
इस बार इसे और बढाया जा रहा है. मेले मे स्वच्छता, पेयजल, प्रकाश व सुरक्षा की व्यवस्था मेला प्रबन्ध समिति द्वारा किया जाता है. परम्परा के मुताबिक मेले के प्रथम दिन अगहन शुदी पंचमी के दिन साधु संतों का जमावड़ा होता है. क्षेत्र व दूरदराज के लोग के लोग बाबा के समाधी पर माथा टेकने के बाद जिलेबी संग सब्जी का लुफ्त उठाते है. बिहार के सोनपुर से आये खिलौना के दुकानदार राजू कुमार ने बतलाया कि हम बरसो से इस मेले के मीनाबाजार में दुकान लगाते है,बाबा की कृपा से अच्छी कमाई भी हो जाती है. मढौरा से आये परचून के दुकानदार उपेन्द्र साह ने कहा कि आज भले ही आपको तम्बू लगते दिखाई दे रहा है, लेकिन जब सज जाएगा तो यही मेला आकर्षण का केन्द्र बनेगा. मेला व्यवस्थापक पूर्व प्रधान व प्रधानपति गौरी शंकर प्रसाद ने कहा कि मेला में आने वाले व्यपारियों के हर सुविधाओं का ध्यान रखा जाएगा.