रेवती, बलिया . नगर रेवती से लगे पश्चिम कुशहर ग्राम सभा के सरयू नदी के छाड़न के उत्तरी किनारे पर स्थित मुड़िकटवा नामक स्थान पर विगत वर्षों की भांति इस वर्ष भी शुक्रवार को राष्ट्रीय ध्वज फहरा कर 1857 के स्वतंत्रता संग्राम के नायक वीरवर बाबू कुंवर सिंह को याद करते हुए इस जगह पर स्थित 12 कट्ठा भूमि पर उक्त स्थल की मिट्टी को लेकर जुटे लोगों ने संकल्प लिया कि यहां कुंवर बाबू की स्मृति में एक आकर्षक स्मारक निर्मित कराया जाएगा.
ब्रिटिश सत्ता की हड़प निति के विरुद्ध बिहार के जगदीशपुर निवासी स्वतंत्रता के अमर नायक वीरवर बाबू कुंवर सिंह ने अस्सी वर्ष की उम्र में तत्कालीन अंग्रेजी सत्ता के विरुद्ध हुंकार भरते हुए अपनी सैन्य टुकड़ी के साथ निकल पड़े थे. आरा, पटना, दुल्लौर, आजमगढ़ आदि कई स्थानों पर अंग्रेजी सेना के साथ युद्ध करते हुए नगर रेवती के पश्चिमी क्षेत्र से होकर वे गुजरने को थे।इधर स्थानीय लोगों को इस बात का पता चल गया कि कुंवर बाबू का पीछा अंग्रेज सैनिक कर रहे हैं. लोगों ने घनी झाड़ियों झूरमुटों में छिप कर कुंवर बाबू का पीछा कर रहे उक्त सैनिकों पर बांस के बने नुकीले खपचार,भाला,गंड़ासा आदि के साथ आक्रमण कर 106 अंग्रेज सैनिकों को मौत की नींद सुला दिया. इस से अंग्रेज सैनिक भाग खड़े हुए।कुंवर सिंह को आगे बढ़ने का मौका मिल गया.तब से इस स्थल का नाम मुड़िकटवा पड़ गया. उक्त स्थल पर इस वर्ष भी राष्ट्रीय ध्वज फहराने के पश्चात एक सभा की गयी. सभा को संबोधित करते हुए वरिष्ठ पत्रकार राम प्रताप तिवारी, भाजपा के मंडल अध्यक्ष सत्येंद्र सिंह पूर्व अध्यक्ष कौशल सिंह,पृथ्वीराज पाण्डेय,श्री कृष्ण वर्मा सहित अन्य वक्ताओं ने बाबू कुंवर सिंह के जीवन वृत्त पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए मुड़िकटवा स्थल पर स्मारक बनाने का संकल्प दोहराया.
वक्ताओं ने जुटे लोगों से इस कार्यक्रम के प्रति कटिबद्ध होकर लगे रहने की अपील करते हुए इस कार्य में तन मन धन से सहयोग करने का आह्वान किया. कार्यक्रम के संयोजक अतुल कुमार पाण्डेय बब्लू ने बाबू कुंवर सिंह के स्वतंत्रता संग्राम का इतिहास तथा अंग्रेजों के विरुद्ध उनके द्वारा फूंके गए बिगुल पर खोजपरक विवरण प्रस्तुत किया. कहा कि इस स्थल पर प्रतिवर्ष हम जुटते हैं तथा वीरवर बाबू कुंवर सिंह की स्मृति में एक स्मारक बनाने का संकल्प दोहराते हैं. लेकिन आज जुटे हुए लोगों के उत्साह भरे वक्तृता को सुन कर मन के अंदर उत्साह जगा है. इससे हमें बल मिला है कि अपने संकल्प को पूरा करने के लिए हम अनवरत लगे रहें।कार्यक्रम के संयोजक श्री पाण्डेय ने बताया कि इस स्थल पर 12 कट्ठा भूमि स्मारक स्थल के नाम पर आवंटित है. आज के बाद एक अलग बैठक बुलाई जाएगी तथा उसके बाद जमीन की पैमाइश कराने के पश्चात क्षेत्रीय लोगों तथा अन्य स्रोतों से सहयोग प्राप्त कर एक भव्य स्मारक स्थल बनवाया जाएगा. इस अवसर पर विजय बहादुर उपाध्याय,हृदया वर्मा,गांधी यादव, सोनू राजभर,श्री कृष्ण वर्मा,मोहन वर्मा, बनवारी वर्मा,अजय कुमार शर्मा,जीतन यादव,योगेंद्र यादव,उमेश नट,संतोष वर्मा, नवल ओझा,आदि शामिल रहे अध्यक्षता ओमप्रकाश तिवारी तथा संचालन बब्लूू पाण्डेय ने किया.
(रेवती संवाददाता पुष्पेन्द्र तिवारी’सिंधू’ की रिपोर्ट)