विद्युत तार व पोल कई स्थानों पर क्षतिग्रस्त
रेत में शुतुरमुर्ग की तरह गर्दन छिपाए बैठे हैं विभागीय अधिकारी
बैरिया (बलिया)। बिजली आज इंसान की अनिवार्य आवश्यकताओं में शुमार हो चुकी है. इसके बिना लॉक डाउन जैसे हालात में कुछ देर रहना भी मुश्किल है. लेकिन विद्युत विभाग के अधिकारियों को कौन समझाए कि तुम तो उजाले में हो और 150 गांवों की जनता विगत पांच दिनों से अंधेरे में गुजर बसर करने को अभिशप्त है और विभागीय अधिकारी रेत में शुतुरमुर्ग की तरह अपनी गर्दन छिपाए बैठे हैं. इसको लेकर प्रभावित ग्रामीणों का आक्रोश बढ़ने लगा है.
बता दें कि रविवार को तेज आंधी के साथ हुई बरसात के बाद क्षेत्र में कई जगह तार-खंभे टूट गए हैं. जिसके चलते विद्युत आपूर्ति ठप हो गई है. मौके पर अब तक न तो एसडीओ पहुंचे और न ही अधिशासी अभियंता. लोकधाम ठेकहां के जेई छुट्टी पर चल रहे हैं. ऐसे में यहां के विद्युत उपकेंद्र बैरिया ग्रामीण, विद्युत उपकेंद्र ठेकहां व विद्युत उपकेंद्र जयप्रकाशनगर की विद्युत आपूर्ति ठप है. जबकि विद्युत उपकेंद्र नगर बैरिया द्वारा रानीगंज, बैरिया व आसपास के इलाकों में बिजली की आपूर्ति शुरू कर दी गई है. लगभग 150 गांवों में विद्युत आपूर्ति का ठप होना लोगों के लिए परेशानी का कारण बना हुआ है.