सरयू नदी का जलस्तर बढ़ने से तटवर्ती क्षेत्र के ग्रामीणों में दहशत

बेल्थरारोड, बलिया. सरयू ( घाघरा नदी) में पिछले चार दिनों से लागतार खतरे के निशान से एक मीटर से ऊपर बहने वाली घाघरा नदी अपनी उफनती लहरों ने तटवर्ती क्षेत्र के ग्रामीणों में दहशत पैदा कर दिया है। नदी के बढ़ाव से तुर्तीपार शमशान घाट भी पूरी तरह से डूब गया है। शमशान के डूब जाने की स्थिति में लोग बंधे पर ही मृतकों का अंतिम संस्कार करने को विवश हैं।

बेल्थरारोड में घाघरा उफान पर है। घाघरा की उठती लहरों से क्षेत्र में बाढ़ की आशंका बढ़ गई है। तटवर्ती इलाकों की तरफ नदी का बढ़ना जारी है। नदी के पानी ने तटवर्ती गांव और खेतों में खड़ी फसल पर कहर बरपाना शुरू कर दिया है। किसान फसल के नुकसान को लेकर परेशान हैं। नदी के कहर से तुर्तीपार स्थित शमशान घाट भी अछूता नहीं रह सका है तथा वह भी पूरी तरह पानी में डूब चुका है। शमशान घाट के साथ ही उसके मार्ग पर भी पानी बहने से लोगों को अपना जूता हाथ में लेकर पानी में चलना मजबूरी बन गई है। शव की अंत्येष्टि के लिए लकड़ियां ले जाना भी लोगों के लिए कठिन हो गया है। अब शमशान घाट का बंधे पर ही मृतकों की अंत्येष्टि जारी है।

 

इसी बीच बाढ़ की स्थिति देखते हुए एसडीएम बेल्थरा रोड ने टंगुनिया प्रधान संग नाव से बाढ़ की स्थिति जाना तथा अपने उच्च अधिकारियों को बाढ़ की स्थिति को बताया। तो वही तूर्तिपार गांव के सामने नदी में बरहज का पीपा पुल टूट कर बहने का भी सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल हो रहा है। रात को शमशान घाट के बंधे पर लगी सोलर लाइट ही लोगों को रास्ता दिखा रही है। तुर्तीपार, हाहानाला, राजभर बस्ती टगुनिया, गुलौरा गांव, मुजौना के कई घरों में बाढ़ का पानी घुस गया है। जिससे ग्रामीणों को घोर फजीहत उठानी पड़ रही है। पशुपालकों के सामने पशुओं का भूसा भींग जाने के चलते पशुओं को चारे की दिक्कत हो गई है। केंद्रीय जल आयोग के अनुसार बृहस्पतिवार को नदी का जलस्तर 65.240 मीटर दर्ज किया गया जो खतरे के निशान 64.010 मीटर से 1.23 मीटर ऊपर है। आयोग ने अगले 24 घंटे में जलस्तर में वृद्धि होने का पूर्वानुमान किया है। नदी का पानी एक- एक सेंटीमीटर प्रति घंटा के रफ्तार से बढ़ रहा है।

(बेल्थरा रोड संवाददाता उमेश गुप्ता की रिपोर्ट)

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