बलिया। बाढ़ नियंत्रण कक्ष की सूचना अनुसार गंगा नदी का जल स्तर गाय घाट में 53.830 बढ़ाव पर घाघरा नदी डीएसपी हेड पर 63.720 बढ़ाव पर व चाॅंदपुर में 57.19 मी0 बढ़ाव पर हैं. टोंस नदी पिपरा घाट में 57.00 मी बढ़ाव पर है. शनिवार तक कुल वर्षा 427.0 मिली मी0 होना बताया गया है.
उधर, गंगा, घाघरा नदियों के जलस्तर में बढ़ाव को देखते हुए राहत व बचाव कार्य के लिए वाराणसी से एनडीआरएफ की टीम बलिया आ चुकी है. 11वीं बटालियन के असिस्टेंट कमांडेंट नागेंद्र सिंह के नेतृत्व में आई 40 सदस्यीय टीम ने बाढ़ के दौरान प्रभावित होने वाले गांवों में राहत व बचाव कार्य की तैयारियों में युद्ध स्तर पर जुट गई है.
कलेक्ट्रेट सभागार में शनिवार को जिलाधिकारी सुरेंद्र विक्रम ने एनडीआरएफ के अधिकारियों के साथ बैठक की, जिसमें बाढ़ से सबसे पहले प्रभावित होने वाले गांवों व क्षेत्रों को चिह्नित कर उसकी सूची एनडीआरएफ के असिस्टेंट कमांडेंट नागेंद्र सिंह को सौंपी. साथ ही बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर स्थिति से अवगत होने को कहा. नागेंद्र सिंह ने बताया कि जिले के उन क्षेत्रों व गांवों का दौरा किया जाएगा, जहां बाढ़ का पानी सबसे पहले चढ़ता है. उन गांवों में राहत कार्य व सहायता पहुंचाने के लिए आसपास सुरक्षित स्थान चिह्नित किया जाएगा और वहीं पर टीम के कुछ सदस्य पूरी तैयारी के साथ डेरा डाल देंगे. इसी तरह कई स्थानों से टीम के सदस्य इन गांवों पर नजर रखेंगे.
उन्होंने बताया कि 11वीं एनडीआरएफ के कमांडेंट आलोक कुमार सिंह के निर्देश पर टीम आई हुई है. बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने का उद्देश्य बाढ़ के दौरान प्रभावित गांवों में राहत सामग्री व बचाव कार्य के लिए विकल्प तलाशना है. इस दौरान यह भी देखा जाएगा कि सड़क मार्ग क्षतिग्रस्त होने की स्थिति में संवेदनशील स्थानों पर कैसे पहुंचा जाए. नदियों की स्थिति पर लगातार नजर रखी जा रही है. एनडीआरएफ टीम अपने साथ मोटरबोट (स्पीड बोट), लाइफ जैकेट सहित मेडिकल स्टाफ मौजूद रहेंगे. बैठक में मुख्य रूप से सब इंस्पेक्टर नीम सिंह भाटी, मारकंडेय यादव, भूपेंद्र सिंह, रितेश कुमार सिंह, धीरेंद्र कुमार, विनय कुमार आदि मौजूद थे.