बैरिया तहसील के न्यायालयों में पांच हजार मुकदमे हैं लंबित

  • SDM कहते हैं वकीलों की हड़ताल, अधिवक्ता कहते पूरी करो मांग

बैरिया : स्थानीय तहसील के न्यायालयों में लंबे समय से पांच हजार से अधिक मुकदमे लंबित हैं, जिससे वादकारी काफी परेशान हैं. वहीं संबंधित अधिकारी मामले सुलझाने में गंभीरता नहीं दिखा रहे हैं जिससे यह समस्या बढ़ती जा रही है.

बता दें कि बैरिया के SDM के न्यायालय में 2482, तहसीलदार न्यायालय में 1335 और नायब तहसीलदार के न्यायालय में कुल 1106 मामले लंबित हैं. इस वजह से अक्सर तारीख पर आने वाले लोगों को अगली तारीख लेकर लौटना पड़ रहा है.

जमीन-जायदाद के विवाद को लेकर न्यायालय से त्वरित निर्णय नहीं होने से मजबूत पक्ष मनमानी पर उतर जाता है. दलालों की भी चांदी है, क्योंकि यहां हाकिमों के आवास पर भी मामलों के निस्तारण के आरोप अक्सर अधिवक्ताओं द्वारा लगाये जाते हैं.

तहसीलदार न्यायालय की स्थिति यह है कि सामान्य मामलों में भी तहसीलदार दाखिल-खारिज की पत्रावली भी निस्तारित नहीं कर रहे हैं.

इस बाबत पूछने पर SDM अशोक कुमार चौधरी ने बताया कि अधिवक्ताओं की हड़ताल, कार्य बहिष्कार करीब छ: महीने से जारी है. कभी न्यायालय का बहिष्कार तो कभी हड़ताल.

उनका कहना है कि इस वजह से मुकदमों का निस्तारण नहीं हो पा रहा है. अगर हड़ताल खत्म हो जाय तो मुकदमों की संख्या कम हो जाएगी.

वहीं तहसील बार के अध्यक्ष चन्द्रशेखर यादव का कहना था कि कार्य बहिष्कार और क्रमिक अनशन 13 दिसम्बर से जारी है, लेकिन क्या इसमे एसडीएम साहब या तहसीलदार साहब कुछ नहीं कर सकते.

यादव का कहना था कि उनके न्यायालय में मारपीट होती है. वे लोग यहां शौक से तो नहीं बैठे हैं. उन्होंने मांग पूरी करने की बात दोहरायी. वह अन्य अधिवक्ताओं के संग SDM न्यायालय के सामने दरी बिछाकर क्रमिक अनशन पर बैठे हैं.

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