समाधान दिवस पर संगठन व दल के फरियादी अधिक, पिछड़ जाते जन सामान्य

130 फरियाद दाखिल, 20 का हुआ त्वरित निस्तारण

बैरिया (बलिया)। स्थानीय तहसील के बहुप्रतिक्षित मुख्य तहसील समाधान दिवस पर जिलाधिकारी अपरिहार्य कारणों से नहीं उपस्थित हो सके. जिस सूचना से तहसील पर आए पीड़ितों में निराशा देखने को मिली.

मुख्य विकास अधिकारी संतोष कुमार के अध्यक्षता में चले समाधान दिवस पर आम फरियादियों से अधिक भाजपा, हिंदू युवा वाहिनी, यूथ क्लब, गोंड महासभा सरीखे संगठनात्मक फरियादियों की भीड़ रही. जो आम फरियादियों को पीछे छोड़ आगे अपनी समस्याओं को लेकर अधिकारियों के सामने खड़े दिखे. गोंड महासभा ने गोड़ जाति को अनुसूचित जनजाति का प्रमाण पत्र जारी करने के लिए समाधान दिवस पर ही प्रार्थना पत्र दिया, यूथ क्लब व हिन्दू युवा वाहिनी के सदस्यों ने प्राथमिक ने प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र कोटवां पर 24 घंटे चिकित्सक की उपलब्धता के लिए हल्ला किया और प्रार्थना पत्र दिया. वहीं आम लोग भी अपनी समस्याओं को लेकर समाधान दिवस पर कतार लगाकर खड़े रहे.

उक्त समाधान दिवस में कुल 130 मामले आए, जिसमें केवल 20 का मौके पर निस्तारण हो सका. शेष को संबंधित विभागों में निस्तारण के लिए भेज दिया गया.

7 टीमें तुरन्त मौकों पर जांच व निस्तारण के लिए भेजी गई. इसी दिवस पर तहसील क्षेत्र के 30 अग्निपीड़ितों में कम्बल वितरित किया गया.

सोनबरसा की दुष्कर्म के प्रयास की पीड़िता एसपी अनिल कुमार के सामने दोनों हाथ जोड़कर गिड़गिड़ाती देखी गई, वह कह रही थी साहब एफआईआर के बाद अब दबंग धमका रहे हैं कि सुलह कर लो, वरना जान से जाओगी. एसपी ने इस मामले पर विशेष ध्यान देने का निर्देश बैरिया पुलिस को दिया.

नारायणगढ़ में इण्टरमीडिएट कालेज के सामने की ग्राम समाज की जमीन पर मड़हा आदि लगा लेने का मामला भी समाधान दिवस में उठा. तमाम आदेश निर्देश के बावजूद अतिक्रमण न हटाने की शिकायत की. अधिकांश मामले पुलिस, राजस्व, बिजली, स्वास्थ्य विभाग, सार्वजनिक वितरण प्रणाली, बेसिक शिक्षा,पेयजल, नलकूप, सड़क विभागों से सम्बंधित थे.
उक्त समाधान दिवस में जिला कृषि अधिकारी, उप कृषि निदेशक, जिला पूर्ति अधिकारी, जिला प्रोबेशन अधिकारी, जिला पिछड़ा वर्ग अधिकारी, अल्प संख्यक अधिकारी, जिला कार्यक्रम अधिकारी, दिव्यांग अधिकारी, अधिशासी अभियंता जल निगम, अधिशासी अभियंता सिंचाई, उपजिलाधिकारी, तहसीलदार, क्षेत्राधिकारी खंड विकास अधिकारी व सर्किल के सभी थानाध्यक्ष मौजूद रहे.

लगता है बेंच लेकिन नहीं बैठता कोई

लगभग हर मुख्य तहसील समाधान दिवस पर तहसील के निचले तले पर स्वास्थ्य, बिजली व परिवहन विभाग का बेंच लगता है.स्वास्थ्य व बिजली विभाग के लोग तो तहसील के सभागार में मिल जाते हैं, लेकिन परिवहन विभाग के लोग नहीं मिलते. चार साल पहले इसी बेंच पर उक्त दिवस पर परिवहन विभाग के कर्मचारी निर्धारित प्रपत्र जमा कराकर अगली बार लर्निंग ड्राइविंग लाइसेंस बना कर यहीं दे देते थे. लेकिन अब ऐसा कुछ नहीं होता. बेंच सूना रहता है.

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