बिल्थरारोड (बलिया)। सत्रहवीं विधानसभा के लिए नवनिर्वाचित विधायक धनन्जय कनौजिया का अभी शपथ ग्रहण भी नहीं हुआ, किन्तु उन पर और उनके परिजनों पर दबंगई करने के आरोप लगने शुरू हो गए हैं. मामला बिल्थरारोड स्थित विधायक के पैतृक गांव जमुआंव का है. वहां ग्राम समाज की पट्टे वाली गड़ही में मछली मारने को लेकर विधायक के परिजनों द्वारा पट्टाधारक परमेश्वर यादव के परिजनों को बृहस्पतिवार के भोर में गड़ही से मछली मारने से रोक दिया गया. इस बात को लेकर आपस में विवाद शुरू हो गया. उक्त विवाद उभांव थाने से होता हुआ एसडीएम बिल्थरा रोड के दरबार में पहुंच गया. उभांव पुलिस ने मछली मारने से दोनों पक्ष को मना कर दिया है. जमुआंव गांव में उक्त विवाद को लेकर जबरदस्त तनाव है.
प्राप्त जानकारी के अनुसार बृहस्पतिवार को तड़के पट्टाधारक परमेश्वर यादव निवासी जमुआव के परिजन गड़ही में मछली मार रहे थे. विधायक धनञ्जय कनौजिया के परिजनों ने मछली मारने की खबर पाकर इसकी सूचना उभांव थानाध्यक्ष जगदीश चंद को दी. उन्होंने 100 नंबर की पुलिस को मौके पर भेंज कर मछली मारने से पट्टाधारक को मना कर दिया तथा तीन बोरा मछली सहित परिजनों को थाने में बैठा दिया. पट्टाधारक के परिजनों द्वारा वैध पट्टा दिखाए जाने पर एसओ ने थोड़ी देर बाद मछली सहित परिजनों को रिहा कर दिया.
इस संबंध में विधायक के पिता सरयू कन्नौजिया का कहना है कि उक्त आराजी की गड़ही का पट्टा पूर्व में उनके अनुज स्वर्गीय श्रीकांत कन्नौजिया (पूर्व प्रधान) के नाम था, जिसमें मछली का बीज हम लोंगों ने डाला था. बाद में पट्टा परमेश्वर यादव ने करा लिया. लगभग एक एकड़ में फैली गड़ही का पट्टा सात लाख एक हजार में परमेश्वर यादव के नाम से हुआ है. चार माह पूर्व पट्टाधारक का निधन हो चुका है. एक लाख पचहत्तर हजार रुपए एक बार में तथा दूसरी बार भी सोलह हजार रुपये सरकारी कोष में भी जमा कराया गया है. विधिवत् पट्टे की रजिस्ट्री भी हुई है. उक्त विवाद को लेकर विरोधी खेमे ने विधायक तथा उनके परिजनों पर सत्ता की धौंस पर उत्पीड़न का आरोप लगाया है.