रसड़ा (बलिया) से संतोष सिंह
चिलकहर ब्लाक के कझारी गॉवं में प्रधान द्वारा मनरेगा मजदूरों को काम न देने पर रोजगार सेविका ने गुरुवार को मजदूरों संग प्रदर्शन किया. उपजिलाधिकारी को पत्रक सौंप कर अपनी सुरक्षा एवं मनरेगा जॉब कार्ड धारकों को काम दिलाने की मांग किया.
कझारी गांव की रोजगार सेविका दीप्ति यादव ने पत्रक में आरोप लगाया की कझारी गॉवं में तालाब धोबी घाट से धर्मदेव वर्मा के चक तक नाला की गाद निकासी एवं सफाई कार्य कराने का ब्लाक से आईडी एवं मस्टरोल निकाला गया. ग्राम पंचायत अधिकारी के आदेश पर मस्टरोल के लेबरों के लेकर काम कराने पहुची तो प्रधान एवं उनके परिजन आकर मुझे भद्दी भद्दी गालियां दे रहे हैं और काम कर रहे मजदुरों को भगा दिए. इसकी शिकायत वह खंड विकास अधिकारी एवं चितबड़ागांव पुलिस से कर चूकी हैं.
लॉक डाउन में जहां सरकार अधिक से अधिक मजदुरों को रोजगार उप्लब्ध कराने के लिए गावों में मनरेगा कार्य पर जोर दे रही है, वहीं गांव में मस्टरोल में नाम रहने के बाद भी प्रधान द्वारा मजदूरों को काम नहीं दिया जा रहा है. इस मौके पर घुरहू, हवेंती देवी, मानवती देवी, ललिता देवी, उमरावती देवी, लाली देवी, असगर, रामपुकार, सुमन देवी, अनवर असारी, प्रभावती देवी, राजवंती देवी मजदूर उपस्थित रहे. खण्ड विकास अधिकारी अशोक कुमार ने बताया कि सचिव की जिम्मेवारी सौंपी गयी है.