गाजीपुर। मुहम्मदाबाद क्षेत्र के सेमरा शिवराय का पुरा के कटान प्रभावित ग्रामीणों ने अपने गांव को कटान से बचाने के लिए रविवार को गंगा के पानी में खड़ा होकर जल सत्याग्रह किया. इस कार्यक्रम में शामिल सभी ग्रामीण अर्धनग्न होकर गंगा नदी के जल में कतारबद्ध खड़े थे. उन्होंने अपने गांव की विभीषिका का इस माध्यम से सरकार व जिला प्रशासन को संदेश देने की भरपूर कोशिश की.
ग्रामीणों ने कहा कि लगभग दस वर्षों से हम लोग कटान का दंश झेल रहे हैं. सैकड़ों एकड़ कृषि योग्य भूमि जहां गंगा नदी के धारा में विलीन हो चुकी है, वहीं दूसरी तरफ 70 फीसदी गांव भी धीरे—धीरे गंगा नदी में समाहित हो गया है. प्रदेश व केंद्र की सरकार के द्वारा बचाव कार्य पर किये गये कामों में सिंचाई विभाग व उनके ठेकेदारों के द्वारा जमकर लूट खसोट किया गया है, जिसका खामियाजा आज यह सेमरा गांव के शिव राय के पुरा का हर निवासी भुगत रहा है, जब बरसात के मौसम में नदी की धारा तेज होती है, तो कटान का दंश ग्रामीणों को अपनी घर—गृहस्थी गंवाकर झेलना पड़ता है.
उस समय जिले के सभी आला अधिकारी व राजनीतिक दलों के नेता आकर ग्रामीणों की आंसू पोछने का काम करते हैं तथा आश्वासन देते हैं कि अगले वर्ष इस विभीषिका से गांव को बचा लिया जायेगा, लेकिन जब वक्त आता है, काम करने का तो इन लोगों के कानों पर जूं तक नहीं रेंगता है. उन्होंने कहा कि इस बार अगर समय रहते गांव के बचाव के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया तो भारी आंदोलन भी किया जायेगा. आंदोलन से अभी उनकी दूरी इसलिए है कि प्रदेश में आदर्श आचार संहिता लगी हुई है. इस कारण ग्रामीण अपने गांव में ही लोकतांत्रिक ढंग से जलसत्याग्रह व अन्य कार्यक्रम करके राजनेताओं व प्रशासन को संकेत दे रहे हैं.
अगले क्रम में मंगलवार को ग्रामीण 24 घंटे का सामूहिक उपवास गांव के शिवमंदिर के प्रांगण में भगवान शिव को साक्षी मानकर जिला प्रशासन व सत्ता में बैठे राजनेताओं को सदबुद्धि देने के लिए करेंगे. सामूहिक उपवास के दौरान हरि कीर्तन का भी आयोजन किया गया है. बुधवार को ग्रामीण सामूहिक रूप से बुद्धि—शुद्धि यज्ञ भी करेंगे. जल सत्याग्रह में मुख्य रूप से अशोक राय मुन्ना, राधा राम, शिवबहादुर राय, हृदयनारायण राय, विजयशंकर राय बंगाली, भुप्पू राय, उमेश राय, कन्हैया राम, सुरेश यादव, जोगेंद्र राम, बबलू तिवारी, झाबर राय सहित सैकड़ों ग्रामीण शामिल थे. कार्यक्रम का संचालन गांव बचाओ आंदोलन के संयोजक प्रेमनाथ गुप्ता के द्वारा किया गया.