उच्चस्तरीय पर जांच होने पर गौ तस्करी में संलिप्तता का हो सकता है बड़ा खुलासा

बेल्थरारोड। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार चाहे जितना भी यतन कर ले, लेकिन यूपी पुलिस की नौकरशाही गौ तस्करी अभियान पर मात्र खानापूर्ति ही पूरी करने में जुटी हुई है. गौ तस्करी मामले में योगी सरकार पर अब सवाल उठने लगे हैं. प्रदेश में लगातार गौ तस्करी की शिकायतें आए दिन मिल रही हैं. यूपी के तमाम जिले पार कर, बिहार के रास्ते बंगाल तक गौ तस्कर अपनी तस्करी में सफल साबित हो रहे हैं. सूत्रों के अनुसार इसमे थाना प्रभारी और उनके प्रमुख सिपाहियों के लिप्त होने के सबूत हैं.

 

इसका बड़ा खुलासा उत्तर प्रदेश सरकार चाहे तो सर्विलांस के सहारे जांच करवाकर बड़े स्तर पर इसका खुलासा कर सकती है, जिसमे अनेक पुलिसकर्मी और राजनेता भी गिरफ्त में आ सकते हैं.

आखिर कैसे यूपी से बिहार होकर बंगाल तक जाने वाली गोकशी की ट्रक सीमा पार हो जा रही हैं? जबकि ये ट्रकें राज मार्गो से होकर ही जाती हैं. जो की लगातार जाती हैं. ऐसा मालूम पड़ता है कि इसी बीच शिकायत की डर से खानापूर्ति के लिए कहीं-कहीं पर पुलिस कुछ गोवंशों के साथ ट्रकों और तस्करों को पकड़ कर चालान भी कर दे रही है. लेकिन आशंका है कि यूपी की पुलिस पूरी तरह से इस तस्करी की आड़ में धन उगाही में लिप्त है. यदि गौ तस्करी पर पूर्ण नियंत्रण होता तो, प्रदेश में कहीं से भी तस्करी की खबरें न मिलती और ना बरामदगी होती! लेकिन पुलिस के पीछे अवैध रूप से धन उगाही आड़े आ रही है, जिसके कारण गौ तस्करी का धंधा बेरोक टोक जारी है. यदि यह कहा जाए कि थाना प्रभारी के प्रमुख सिपाही और उनके कुछ खास सहयोगी सिपाही इन मामलों में लिप्त हैं तो इसका खुलासा थानों के प्रभारी निरीक्षको सहित उनके प्रमुखों व अन्य सहयोगियों के मोबाईल नंबर सर्विलांस पर लगा कर शिखर स्तर पर जांच हो, तो गौ तस्करी के बड़े खुलासे का राज खुल सकता है.

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यह बात दीगर है एसपी बलिया ने बलिया जनपद के 6 थानों से सात पुलिस कर्मियों को इस संदर्भ में लाइन हाजिर किया है.

 

अब देखना है सरकार इस मामले में सर्विलांस के सहारे गौ तस्करी को रोकने के लिए कितने बड़े प्रभावी कदम उठाएगी. यह उनके कामकाज का भविष्य ही तय करेगा.

जानकारी के अनुसार, कुछ महीनों पहले उभांव थाने का एक लाइन हाजिर सिपाही इस गौ तस्करी मामले में देवरिया जिले की मईल थाने की पुलिस द्वारा पकड़ कर जेल भेजा गया. अब फिर से एक दिन पहले शुक्रवार को मईल थाने की पुलिस दोबारा 17 पशुओं के साथ एक ट्रक और तीन तस्करों को पकड़कर चालान किए हैं. इसमें मऊ जिले की मधुबन, रामपुर बेलौली और बलिया जिले की उभांव थाने की पुलिस की भूमिका महत्वपूर्ण रही. यह संयोग की बात है कि तीनों थाने की पुलिस बरामद और 17 पशुओं सहित ट्रक व तीन तस्करो का पीछा करते देवरिया जिले में पहुंच गए थे लेकिन बरामदगी व गिरफ्तारी का क्षेत्राधिकार देवरिया जिले की मईल थाने की पुलिस में होने से यह श्रेय उसे फिर से मिला.

 

(बिल्थरारोड से उमेश गुप्ता की रिपोर्ट)

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