सादगी, हर्षोल्लास और आकर्षक ढंग से मनाया जाए स्वतंत्रता दिवस : जिलाधिकारी

बलिया। जिलाधिकारी श्रीहरिप्रताप शाही ने बताया कि कोविड-19 से बचाव के लिए जारी दिशा-निर्देशों का अनुपालन करते हुए परंपरागत रूप से सादगी, हर्षोल्लास एवं आकर्षक ढंग से स्वतंत्रता दिवस मनाया जाएगा. इस अवसर पर 15 अगस्त को सुबह 9 बजे सभी सरकारी तथा गैर सरकारी इमारतों पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाएगा. झंडा अभिवादन के साथ राष्ट्रगान का भावपूर्ण गायन होगा.

इससे पहले 14 व 15 अगस्त की दरम्यानी रात में सभी सरकारी कार्यालय भवनों, अन्य इमारतों एवं स्वतंत्रता संग्राम से जुड़े ऐतिहासिक स्मारकों को रोशन किया जाएगा.

जिलाधिकारी ने राष्ट्रीय एकता अखंडता, सांप्रदायिक सौहार्द की भावना को बलवती बनाने को प्रेरित किया है. कहा है कि शांति एवं सद्भाव का वातावरण बनाने के लिए इस अवसर पर लोगों को प्रेरित और जागरूक किया जाए. बताया कि कोविड-19 के चलते इस वर्ष मानव श्रृंखला कहीं नहीं बनाई जाएगी.

विद्यालयों में छात्रों को नहीं बुलाया जाए

डीएम ने कहा है कि विद्यालयों में कोविड-19 के प्रोटोकॉल का अनुपालन करते हुए स्वतंत्रता दिवस समारोह का आयोजन हो. ध्यान रहे कि शिक्षण संस्थानों में छात्रों को नहीं बुलाया जाए. उनको ऑनलाइन तरीके से स्वतंत्रता दिवस की वर्षगांठ पर देशभक्तों, अमर बलिदानी एवं महापुरुषों के जीवन संघर्ष के बारे में बताया जाए. स्वतंत्रता संग्राम का इतिहास बताया जाए. शहीद हुए देशभक्तों के जीवन के प्रेरक प्रसंग दोहराए जाएं.

शासन द्वारा संचालित कल्याणकारी योजनाओं के साथ शैक्षिक, सामाजिक एवं सांस्कृतिक गतिविधियों की विस्तृत जानकारी देने से संबंधित कार्यक्रम हो. इस महामारी का दौर में सभा करना उचित नहीं होगा.

कोरोना योद्धाओं को कर सकते हैं आमंत्रित

जिलाधिकारी ने कहा है कि इस अवसर पर यही उचित होगा कि कोविड-19 के योद्धाओं जैसे चिकित्सकों, स्वास्थ्य कर्मियों, स्वच्छता कर्मियों को ऑनलाइन कार्यक्रमों में आमंत्रित किया जाए. कोरोना से स्वस्थ हुए व्यक्तियों को भी आमंत्रित किया जा सकता है. प्रधानमंत्री द्वारा आत्मनिर्भर भारत बनाने के संदेश का जनमानस में व्यापक प्रचार-प्रसार कराया जाए. इसके लिए विभिन्न गतिविधियों एवं कार्यक्रमों को सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों तक पहुंचाया जाए.

आर्थिक व सामाजिक स्वाधीनता नई पीढ़ी का दायित्व

जिलाधिकारी ने कहा है कि स्वाधीनता की वर्षगांठ पर लोगों को यह याद दिलाया जाए कि हमारे अनगिनत देशभक्तों तथा अमर बलिदानियों ने जीवन भर संघर्ष करके अपना सब कुछ न्योछावर कर के राजनीतिक स्वाधीनता हासिल की थी. उसकी रक्षा करते हुए आर्थिक और सामाजिक स्वाधीनता लाने का दायित्व विशेष तौर पर नई पीढ़ी पर है. महापुरुषों के कार्यों का भी आदरपूर्वक स्मरण किया जाए, ताकि समाज में इंसान और इंसानियत की अहमियत बढ़े. राष्ट्रीय स्वाभिमान और गौरव के प्रतीक राष्ट्रीय ध्वज के महत्व के बारे में भी सोशल मीडिया के जरिए लोगों को बताया जाए.

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